उत्तराखंड में फिर से आई कोरोना की लहर..3 जिलों के 9 इलाके पूरी तरह सील
18 नवंबर को उत्तराखंड कंटेनमेंट जोन मुक्त प्रदेश बन गया था, लेकिन कुछ दिन बाद ही स्थिति बदल गई। यहां एक बार फिर कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ने लगी है। आगे पढ़िए पूरी रिपोर्ट
Nov 28 2020 2:45PM, Writer:Komal Negi
सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना संबंधी नियमों की अनदेखी के चलते उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। हर दिन कोरोना के सैकड़ों नए केस मिल रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमण के 530 नए केस सामने आए। बात करें कोरोना संक्रमित मरीजों की तो अब तक प्रदेश में कोरोना के 73527 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। जबकि कोरोना को मात देने वाले मरीजों का आंकड़ा 66855 है। इस वक्त प्रदेश में कोरोना के 4812 एक्टिव केस हैं। बीते 18 नवंबर को कोरोना से लड़ रहे उत्तराखंड के लिए एक राहत भरी खबर आई थी। प्रदेश पूरी तरह कंटेनमेंट जोन से मुक्त हो गया था। यानी प्रदेश में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं था। जो इलाके कंटेनमेंट जोन में थे, वहां रह रहे लोग भी राहत महसूस कर रहे थे। लेकिन दस दिन बाद ही स्थित बदल गई। प्रदेश में जैसे-जैसे कोरोना संक्रमितों की तादाद बढ़ रही है। एक बार फिर नए इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है।
यह भी पढ़ें - कोरोनावायरस: हरिद्वार में आज से साप्ताहिक बंदी लागू..जारी हुए आदेश
इस वक्त प्रदेश के तीन जिलों में कुल 9 कंटेनमेंट जोन हैं। किस जिले का कौन सा एरिया कंटेनमेंट जोन है। ये भी जान लें। सबसे पहले बात करते हैं देहरादून जिले की। यहां शहर में 5 कंटेनमेंट जोन हैं। दून में त्यागी रोड, आशीर्वाद एंक्लेव, कर्जन रोड, लेन नंबर-3 कारगी चौक और विवेकानंद ग्राम सील है। मसूरी में दो इलाके सील हैं। जिनमें एलबीएसएनएए और इंद्रा कॉलोनी शामिल हैं। पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर में श्रीकोट गंगानाली वाला क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित है। इसी तरह टिहरी गढ़वाल में सी-ब्लॉक, टाइप-3 एरिया सील है। जिन इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, वहां प्रशासन के अगले आदेश तक पाबंदियां लागू रहेंगी। यहां लोगों की आवाजाही पर भी रोक लगाई गई है। दफ्तर और दुकानों समेत सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। प्रशासन के निर्देश पर यहां घर-घर जाकर स्वास्थ्य सर्वे किया जाएगा।