उत्तराखंड से दिल्ली की दूरी हो गई कुछ कम..आखिरकार खुल ही गया 12 KM लंबा बाईपास
हरिद्वार का 12.5 किलोमीटर लंबा हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास आम जनता के वाहनों की आवाजाही के लिए शुरू हो चुका है। इस बाईपास से हरिद्वार-दिल्ली की दूरी तकरीबन 15 किलोमीटर कम हो जाएगी।
Feb 2 2021 11:21PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड से बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है। आखिरकार हरिद्वार और दिल्ली के बीच की दूरी कम हो गई है और अब हरिद्वार और दिल्ली की राह में आने-जाने वाले यात्रियों को रुड़की शहर के यातायात का दबाव नहीं झेलना पड़ेगा। ऐसा मुमकिन हो पाया है हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास के चालू होने के कारण। जी हां, इस बाईपास के चालू होने का कई लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे और आखिरकार राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने इस बहुप्रतीक्षित हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास पर आवागमन शुरू कर दिया है। यह बाईपास 12.5 किलोमीटर लंबा है और इससे हरिद्वार से दिल्ली और दिल्ली से हरिद्वार जाने वाले सभी लोगों के लिए तकरीबन 15 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी, जिससे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। इस बाईपास के एक हिस्से में कुछ काम बाकी रह जाने के कारण अभी एक ही हिस्से को चालू किया गया है। दूसरे हिस्से पर अभी काम चल रहा है और जल्दी काम पूरा हो जाने के बाद दोनों लेन यात्रियों का आवागमन के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बाईपास के निर्माण पर तकरीबन 120 करोड़ का खर्च आया है।
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बीते शनिवार की देर शाम को जिलाधिकारी श्री रविशंकर और एसएसपी कृष्ण राज एस ने हरिद्वार से नारसन बॉर्डर के निरीक्षण के दौरान आने-जाने के लिए स्वयं इस मार्ग का इस्तेमाल किया। बता दें कि 22 जनवरी को यह मार्ग ट्रायल के लिए खोल दिया गया था और बीते शनिवार से यह आम जनता के इस्तेमाल के लिए पूरी तरह चालू कर दिया गया है। एक हिस्से में कुछ काम बाकी रह जाने के कारण अभी एक ही लेन का इस्तेमाल किया जा रहा है और जल्द ही हरिद्वार से दिल्ली या दिल्ली से हरिद्वार आने-जाने वाले निवासी दोनों लेन का इस्तेमाल कर पाएंगे..बहुप्रतीक्षित हरिद्वार-रुड़की-मंगलौर बाईपास पर वाहनों का आवागमन शुरू हो चुका है और इसके बाद से ही दिल्ली और हरिद्वार के बीच की दूरी में खासी कमी आई है और इससे यात्रियों ने राहत की सांस ली है। यात्रियों का कहना है कि इस रास्ते के इस्तेमाल से नारसन तक जाने में पहले से लगने वाले समय में 40 से 50 मिनट की कमी आई है और उनका रास्ता और भी आसान हो गया है बाईपास की लंबाई 12.5 किलोमीटर बताई जा रही है और इस बाईपास पर छह अंडर पास, एक फ्लाईओवर और एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया गया है। इस पूरे मार्ग के निर्माण पर तकरीबन 120 करोड रुपए का खर्च आया है।