पहाड़ के जांबाज रविन्द्र रौतेला को सैल्यूट, हिजबुल के आंतकी को मार गिराया..मिला सेना मेडल
जम्मू कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी को मार गिराने वाले पिथौरागढ़ के रविंद्र रौतेला ने देवभूमि का नाम गर्व से ऊंचा किया है और उनको आर्मी मेडल से सम्मानित किया गया है।
Mar 3 2021 4:12PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड के जवान अपनी बहादुरी और अदम्य साहस के लिए जाने जाते हैं। उत्तराखंड के लोगों की सेना में भागीदारी की बात करें तो उत्तराखंड पूरे देश में सबसे आगे है। जी हां, भारतीय सेना और उत्तराखंड का एक अटूट संबंध है जो कि सालों से चलता आ रहा है। उत्तराखंड के सैनिक सेना में जाकर देश के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर देते हैं। यह देवभूमि के साथ ही कई जवानों की कर्मभूमि भी है। ऐसे लोग जिनकी आंखों में देशप्रेम के अलावा कुछ नहीं दिखता। जिनका मकसद केवल और केवल भारत और उसकी रक्षा करना है। अपने अदम्य साहस और अपनी बहादुरी से उत्तराखंड के जवान दुश्मनों को धूल चटा देते हैं। उनकी बहादुरी के किस्से कई जगह मशहूर हैं। भारतीय सेना में शामिल उत्तराखंड के सैनिक राज्य का नाम गर्व से ऊंचा कर रहे हैं और वे अपनी हिम्मत और ताकत के बलबूते पर ऐसा कुछ कर दिखा रहे हैं जिसके बारे में सुनकर आप के भी रोंगटे खड़े हो सकते हैं।
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आज हम आपको पिथौरागढ़ के मूल निवासी और भारतीय सेना में हवलदार के पद पर तैनात एक ऐसे ही साहसी जवान के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने एक आतंकी को जम्मू कश्मीर में ढेर कर दिया है । उस आतंकी के ऊपर 15 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था। उनको सेना द्वारा सम्मानित किया गया है। हम बात कर रहे हैं पिथौरागढ़ के रविंद्र सिंह रौतेला की जिनको उनके अदम्य साहस के लिए सेना की ओर से मेडल प्राप्त हुआ है। मेडल मिलने के बाद से ही उनके पिता समेत अन्य लोगों ने खुशी जाहिर की है। रविंद्र सिंह रौतेला पिथौरागढ़ के मडगांव के निवासी हैं और उनको उनकी बहादुरी के लिए सेना से यह मेडल मिला है। उन्होंने 15 जनवरी को डोडा इलाके में बर्फ से ढकी पहाड़ी पर भाग रहे आतंकी को अपनी बंदूक से ढेर कर दिया था। जिस आतंकी को उन्होंने मारा वह हिजबुल मुजाहिदीन का मुख्य कमांडर था और उसके ऊपर 15 लाख का इनाम घोषित था। 27 फरवरी को जम्मू कश्मीर के उधमपुर में लेफ्टिनेंट जनरल वाईके जोशी ने सम्मान समारोह में हवलदार रविंद्र सिंह रौतेला को मेडल देकर सम्मानित किया और उनके साहस की काफी सराहना भी की।