उत्तराखंड पर कोरोना के बाद ब्लैक फंगस का साया, 255 मरीज पॉजिटिव..35 लोगों की मौत
कोरोना कमजोर पड़ा तो ब्लैक फंगस ने बढ़ाई परेशानी। अबतक ब्लैक फंगस के 255 मरीज मिले, 35 की मृत्यु। देहरादून में ब्लैक फंगस के सबसे अधिक मरीज पाए गए हैं।
Jun 4 2021 1:19PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में अब कोरोना से भी ज्यादा ब्लैक फंगस ने चिंता बढ़ा रखी है। कोरोना में कमी आई तो वहीं ब्लैक फंगस तेजी से फैलने लगा। यह फंगस पोस्ट कोविड के बाद होता है। यानी कि जो मरीज इस संक्रमण से रिकवर हो जाते हैं उनके अंदर यह फंगस तेजी से फैलने लगता है। हर दिन उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के नए केस डिटेक्ट हो रहे हैं। लोग न केवल इस फंगस की चपेट में आ रहे हैं बल्कि तेजी से अपनी जान भी गंवा रहे हैं जो कि बेहद चिंताजनक है। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और इसी के साथ इस फंगस के कारण जान गंवाने वाले मरीजों की संख्या में भी तेजी से बढ़ोतरी होती दिखाई दे रही है। बीते बृहस्पतिवार के आंकड़ों की बात करें तो देहरादून और नैनीताल जिले में कुल 11 मरीजों के अंदर ब्लैक फंगस की पुष्टि हुई है। प्रदेश में अब तक ब्लैक फंगस के 255 मरीज पाए जा चुके हैं।
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स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार बीते बृहस्पतिवार को राजधानी देहरादून और नैनीताल जिले में इस संकट से जूझते कुल 11 मरीज पाए गए। मृत्यु दर की बात करें तो बीत बृहस्पतिवार को देहरादून जिले में फंगस के कारण कुल 7 लोगों की मृत्यु हुई। दून जिले में अब तक फंगस के कुल 231 मरीज पाए गए हैं जबकि 30 मरीजों की मौत हो चुकी है। बात करें नैनीताल की तो नैनीताल जिले में फंगस के कल 2 नए मरीज पाए गए जबकि 1 मरीज की मृत्यु हुई। नैनीताल में अब तक 22 मरीज मिल चुके हैं जबकि कुल 4 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है। उधम सिंह नगर जिले में एक मरीज मिला है और एक मरीज की मृत्यु हो गई है। उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के मामले अबतक देहरादून, नैनीताल और उधम सिंह नगर जिले में ही सामने आए हैं। बता दें कि प्रदेश में ब्लॉक फंगस के कुल 16 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
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ब्लैक फंगस के बढ़ते हुए मामलों को देखते हुए राज्य सरकार ने इसे महामारी घोषित कर दिया है। इस फंगस का इलाज फिलहाल प्राइवेट अस्पतालों में नहीं होगा। इस फंगस के इलाज के लिए उत्तराखंड में कुल 12 अस्पतालों को अधिकृत किया है। म्यूकरमाइकोसिस का इलाज राज्य के 12 डेडिकेटेड कोविड अस्पतालों में होगा। देहरादून में स्थित महंत इंद्रेश अस्पताल, सीएमआई हॉस्पिटल, दून मेडिकल कॉलेज, एम्स ऋषिकेश, हिमालयन जौली ग्रांट और मैक्स हॉस्पिटल शामिल हैं। वहीं हरिद्वार में एमएच, विनय विशाल अस्पताल और जय मैक्सवेल हॉस्पिटल में इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी। पौड़ी गढ़वाल में श्रीनगर मेडिकल कॉलेज और नैनीताल में सुशीला तिवारी हॉस्पिटल में ब्लैक फंगस का इलाज कराया जा सकता है।