उत्तराखंड में खतरनाक हो रहा है ब्लैक फंगस, अब तक 47 मरीजों की मौत..सावधान रहें
ब्लैक फंगस को लेकर उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आंकड़े डराने वाले हैं। प्रदेशभर में अब तक ब्लैक फंगस के 299 केस मिले, इसके चलते जान गंवाने वाले मरीजों का आंकड़ा 47 है।
Jun 7 2021 4:12PM, Writer:Komal Negi
प्रदेश में कोरोना के केस कम हुए, तो ब्लैक फंगस के केस बढ़ने लगे। हर दिन ब्लैक फंगस के नए केस डिटेक्ट हो रहे हैं, मरीज जान गंवा रहे हैं। कोरोना के बाद ब्लैक फंगस एक नई चुनौती के रूप में हमारे सामने है। रविवार को देहरादून जिले में ब्लैक फंगस के 20 नए मामले सामने आए। जबकि तीन मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई। इस गंभीर संक्रमण का होना आमतौर पर बहुत असाधारण माना जाता है, ये कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक है, क्योंकि इससे होने वाली मृत्युदर करीब 50 फीसदी है। जानकारों के मुताबिक स्टेरॉयड के अधिक सेवन और अन्य तमाम दवाओं के चलते ब्लैक फंगस, वाइट फंगस या फिर येलो फंगस जैसी समस्या पैदा होती है। ब्लैक फंगस को लेकर उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी आंकड़े डराने वाले हैं। इसके अनुसार देहरादून जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 271 केस मिले, जबकि 41 मरीजों की मौत हो चुकी है। दूसरे जिलों की बात करें तो नैनीताल जिले में अब तक ब्लैक फंगस के 27 केस मिले हैं, जबकि 5 मरीजों की ब्लैक फंगस से मौत हुई है। इसी तरह ऊधमसिंहनगर जिले में एक केस मिला है और एक मरीज की मौत हुई है। इस वक्त एम्स ऋषिकेश में सबसे ज्यादा 195 मरीजों का इलाज चल रहा है। हिमालयन अस्पताल में 26, महंत इंदिरेश हॉस्पिटल में 24, दून मेडिकल कॉलेज में 12 और सुशीला तिवारी मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में 22 मरीजों का इलाज किया जा रहा है। पूरे प्रदेश की बात करें तो अब तक प्रदेशभर में ब्लैक फंगस के 299 केस मिले हैं। इसके चलते जान गंवाने वाले मरीजों का आंकड़ा 47 है। ब्लैक फंगस को हराने वाले मरीजों की संख्या 18 है।
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