आर्मी में अफसर बने देहरादून के नवीन नागवाल, परिवार के 24 सदस्य सेना में रहे हैं
Dehradun Naveen Nagwal Army Officer के दादा, पिता और चाचा भी सेना में रह चुके हैं। यही नहीं उनके परिवार में ऐसे 24 सदस्य हैं, जो सेना में रहे हैं। इस परंपरा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी अब नवीन पर है।
Dec 12 2021 12:48PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड गौरवशाली सैन्य परंपरा वाला प्रदेश है। हमारे सैन्य बहुल प्रदेश में ऐसे कई परिवार हैं, जिनकी तीन-चार पीढ़ियां सेना में सेवा देती आई हैं। आज हम आपको देहरादून के एक ऐसे ही परिवार के बारे में बताएंगे, जिसका होनहार लाल शनिवार को आईएमए में हुई पासिंग आउट परेड में अंतिम पग पार करते ही भारतीय सेना का अभिन्न अंग बन गया। हम बात कर रहे हैं (Dehradun Naveen Nagwal Army Officer) हरबर्टपुर के रहने वाले नवीन नागवाल की। जो शनिवार को सेना में लेफ्टिनेंट बन गए। नवीन ऐसे परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिसकी कई पीढ़ियां सेना में रही हैं। नवीन के स्वर्गीय दादा किशन लाल, पिता संतोष नागवाल और चाचा सूबेदार नरेश नागवाल सेना में रहे हैं। यही नहीं उनके परिवार में 24 लोग ऐसे हैं, जो सेना में सेवाएं दे चुके हैं। नवीन अपने परिवार की चौथी पीढ़ी हैं, जो अब सेना में अधिकारी के रूप में सेवाएं देंगे। देश के लिए कुछ कर गुजरने का जज्बा नवीन को अपने दादा, पिता और चाचा से मिला।
यह भी पढ़ें - पहाड़ के पाटिया गांव का बेटा बना सेना में लेफ्टिनेंट, माता-पिता का सिर गर्व से ऊंचा
उन्हें देश की सेवा करते देख नवीन ने तय कर लिया था कि वो भी सेना ही ज्वाइन करेंगे। शनिवार को नवीन और उनके परिवार का सपना पूरा हो गया। नवीन की स्कूलिंग जॉनसन स्कूल से हुई है। इंटर तक की शिक्षा उन्होंने सेपियंस स्कूल से हासिल की। शनिवार को जब नवीन बतौर लेफ्टिनेंट (Dehradun Naveen Nagwal Army Officer) सेना का हिस्सा बने तो मां रेखा देवी, चाची आशा रानी और दादी संध्या देवी की आंखें खुशी से छलछला गईं। बता दें कि शनिवार को भारतीय सैन्य अकादमी में पासिंग आउट परेड (पीओपी) के साथ ही भारतीय थल सेना को 319 युवा जांबाजों की टोली मिल गई। इसके साथ ही मित्र देशों के 68 कैडेट भी पास आउट हुए। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) से पास आउट होने वाले जेंटलमैन कैडेटों में 43 उत्तराखंड के हैं। यह शनिवार को पास आउट हुए 319 भारतीय कैडेटों की संख्या का 14 फीसदी है।