उत्तराखंड: 5 साल के तेजस का तेज देखिए, विश्व में सबसे कम उम्र का चेस प्लेयर बना ये बच्चा
हल्द्वानी: साढ़े पांच साल के तेजस तिवारी Tejas Tiwari बने विश्व के सबसे कम उम्र के चेस प्लेयर, वर्ल्ड चेस फेडरेशन ने जारी की लिस्ट
Jul 27 2023 2:22PM, Writer:कोमल नेगी
कहते हैं ना कि "पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं " इसका जीता जागता उदाहरण है हल्द्वानी के मात्र साढ़े 5 साल के नन्हे-मुन्ने तेजस तिवारी।
Tejas Tiwari is youngest chess player in the world
तेजस भले ही उम्र में बेहद कम हो मगर उनकी विलक्षण बुद्धि बड़ों बड़ों को मात दे सकती है। जहां आज कई दिमागदार लोग भी चेस जैसा गेम खेलने में हिचकिचाते हैं तो वहीं हल्द्वानी के साढ़े 5 वर्ष के तेजस तिवारी विश्व के सबसे छोटे चेस प्लेयर बन गए हैं। जी हां, उत्तराखंड के हल्द्वानी निवासी यूकेजी में पढ़ने वाले साढ़े पांच साल के तेजस तिवारी विश्व के सबसे कम उम्र के फिडे रेटेड खिलाड़ी बन गए हैं। फीडे यानी Federation Internationale des Echecs" जिसको World Chess Federation भी कहा जाता है। फिडे द्वारा जून में निकली रेटिंग में उन्हें 1149वीं रेटिंग मिली है। फिडे ने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया एकाउंट के जरिये फेसबुक पर तेजस तिवारी की उपलब्धि के बारे पोस्ट की है। इससे पहले वह उत्तराखंड के ''यंगेस्ट चेस प्लेयर'' का खिताब हासिल कर चुके हैं।
तेजस ने हाल ही में रुद्रपुर में हुई स्व. धीरज सिंह रघुवंशी ओपन फिडे रेटेड शतरंज प्रतियोगिता में चार ड्रा और दो जीत के साथ फिडे रेटिंग प्राप्त की है। मार्च-2022 में उत्तराखंड शतरंज संघ की ओर से आयोजित 16वीं उत्तराखंड स्टेट ओपन शतरंज प्रतियोगिता के अंडर-8 वर्ग में वह प्रथम स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड स्टेट चैंपियन बने। दीक्षांत इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक समित टिक्कू ने जानकारी देते हुए बताया कि तेजस के विश्व के सबसे कम उम्र के फिडे रेटेड खिलाड़ी बनने पर अंतरराष्ट्रीय शतरंज संघ फिडे की ओर से पुष्टि की गई है। बता दें कि तेजस ने पांच राष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व किया हुआ है। तेजस अब तक विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में 2022 में हुई राष्ट्रीय अंडर-8 शतरंज प्रतियोगिता, भुवनेश्वर ओडिसा, अहमदाबाद गुजरात में अंडर-7 शतरंज प्रतियोगिता, 2022 में नई दिल्ली में हुई सब जूनियर और 2023 में होसुर तमिलनाडु में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। मात्र साढ़े पांच वर्ष की आयु में ही देश के अनेकों राज्यों में अपनी विलक्षण बुद्धि और प्रतिभा का लोहा मनवा चुके Tejas Tiwari की उपलब्धि पर उनके माता-पिता ने हर्ष जताया है।