Uttarakhand News: कोरोना में बेसहारा हुए 1 हजार बच्चे अब मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना से बाहर, ये रहा कारण
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए शुरू की गई थी, इस योजना के लाभ से बड़ी संख्या में बच्चे लाभान्वित हुए हैं। अब 1 हजार बच्चों को इस योजना से बाहर कर दिया गया है....
Apr 17 2025 8:11PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
कोरोना महामारी के दौरान बेसहारा हुए लगभग एक हजार बच्चों मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना से बाहर कर दिया गया है। हालांकि, विभाग उनके करियर सहायता पर ध्यान दे रहा है। निर्धारित उम्र पार कर चुके लाभार्थियों की जानकारी विभाग के पास अपडेट रहे इसके लिए सत्यापन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
1 thousand children out of Chief Minister Vatsalya Yojana
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के तहत कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों को 21 साल की उम्र तक प्रतिमाह तीन हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके अलावा सरकार उन बच्चों के खाने-पीने, शिक्षा आदि की जिम्मेदारी भी उठाती है। अब सरकार ने 21 साल की उम्र पार कर चुके करीब एक हजार बच्चों इस योजना से बाहर कर दिया है. हालांकि, विभाग अब भी उनके करियर सहायता पर ध्यान दे रहा है। विभाग का कहना है कि जो युवा योजना से बाहर हो चुके हैं, उनके लिए अन्य योजनाओं के लाभ प्रदान करने की कोशिश जारी है। पिछले वित्तीय वर्ष में मौजूदा लाभार्थियों को 4.96 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वितरित की गई है।
कोरोना में बेसहारा हुए बच्चों के लिए शुरू की गई थी योजना
महिला सशक्तिकरण विभाग के निदेशक प्रशांत आर्य ने बताया कि वात्सल्य योजना के लाभ से बड़ी संख्या में बच्चे लाभान्वित हुए हैं। यह योजना कोरोना काल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए शुरू हुई थी, जैसे-जैसे बच्चे आयु सीमा पूरी कर रहे हैं, योजना से बाहर हो रहे हैं।
परिवीक्षा अधिकारी ने बताया कि योजना का विस्तार करने के लिए 200 से अधिक बेसहारा को करियर काउंसलिंग और अन्य सहायता प्रदान करने के लिए एक एनजीओ के साथ समझौता किया गया है। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की शुरुआत में 6544 लाभार्थी थे, जो अब घटकर 5487 रह गए हैं। इस योजना में शामिल कई लड़कियों की शादी हो चुकी है।