मुंबई में कीजिए उत्तराखंड की संस्कृति के दर्शन..आज से शुरू हो रहा है कौथिग
प्रवासी उत्तराखंडियों की तरफ से मुंबई में कौथिग-2019 का आयोजन किया जा रहा है। समारोह में उत्तराखंडी संस्कृति के लोकरंग देखने को मिलेंगे।
Jan 18 2019 7:59AM, Writer:कोमल
अच्छा लगता है जब उत्तराखंड की संस्कृति की बात और चर्चाएं देश के अलग अलग राज्यों में हो। अगर आप उत्तराखंडी हैं और मुंबई में रहते हैं, ये खबर आपके लिए है। मायानगरी मुंबई में आज से उत्तराखंडी लोककला की छटा बिखरेगी। उत्तराखंड के लोककलाकार मुंबई में रहने वाले प्रवासियों को को यहां की संस्कृति और लोकसंगीत से रूबरू कराएंगे। सामाजिक संगठन कौथिग फाउंडेशन की तरफ से मुंबई में कौथिग-2019 का आयोजन किया जा रहा है। कौथिग 18 जनवरी से शुरू होगा। समारोह का उद्घाटन शाम 4 बजे नेरूल के रामलीली मैदान में होगा। बता दें कि कौथिग फाउंडेशन प्रवासी उत्तराखंडियों का समाजिक संगठन है, जो कि समय-समय पर उत्तराखंड की लोकसंस्कृति से जुड़े कार्यक्रम कराता रहा है। ये संगठन उत्तराखंडी संस्कृति के प्रचार-प्रसार के लिए प्रयासरत है।
यह भी पढें - देवभूमि का वो पवित्र झरना, जिसके पानी की बूंद पापियों के शरीर पर नहीं गिरती
रामलीला मैदान में आज से शुरू होने वाला कौथिग-2019 18 से 27 जनवरी तक चलेगा। संगठन की तरफ से कौथिग का 12वां संस्करण आयोजित किया जा रहा है। इस बार कौथिग देवभूमि की अधिष्ठात्री मां नंदा को समर्पित होगा। समारोह की शुरुआत मां नंदा देवी की भव्य शोभायात्रा से होगी। शोभायात्रा में हिस्सा लेने वाली महिलाएं पारंपरिक पहाड़ी परिधानों में नजर आएंगी। पिथौरागढ़ से आए कलाकार छोलिया नृत्य प्रस्तुत करेंगे, जो कि शोभायात्रा का मुख्य आकर्षण है। उत्तराखंड के गढ़वाली, कुमांऊनी और जौनसारी कलाकार कौथिग में हिस्सा लेने के लिए मुंबई पहुंच चुके हैं। कौथिग में 10 दिन तक लगातार सांस्कृतिक संध्या का आयोजन होगा, जिसमें उत्तराखंड के लोक कलाकार यहां के लोकनृत्य पेश करेंगे। कौथिग की आयोजन समिति ने लोगों से कौथिग में हिस्सा लेने की अपील की है, ताकि कार्यक्रम को सफल बनाया जा सके।