पहाड़ की कविता..नेशनल लेवल पर हॉकी खेलेगी गरीबी में पली बेटी, मां स्कूल में खाना बनाती हैं
कविता बोरा ने 12वीं तक की पढ़ाई जीजीआईसी अल्मोड़ा से की, इसी स्कूल में उनकी माता भोजनमाता का काम करती हैं...
Jan 23 2020 1:38PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ की होनहार बेटियां खेलों की दुनिया में खूब नाम कमा रही हैं, इन बेटियों में अब अल्मोड़ा की कविता बोरा का नाम भी शामिल हो गया है। उभरती हुई युवा खिलाड़ी कविता बोरा का चयन नेशनल सीनियर महिला हॉकी प्रतियोगिता के लिए हुआ है। अब वो नेशनल हॉकी चैंपियनशिप में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगी। यहां तक पहुंचने के लिए कविता ने कड़ी मेहनत की है। आज हम कविता की सफलता देख रहे हैं, पर उन्हें यहां तक पहुंचाने में उनके माता का भी अहम योगदान रहा। कविता गरीब परिवार की बेटी है। सालों पहले उनके पिता का निधन हो गया था, तब से कविता की देखभाल का जिम्मा उनकी माता पर आ गया। कविता की माता कमला बोरा जीजीआईसी अल्मोड़ा में भोजनमाता हैं। बेटी को अच्छी परवरिश देने में उन्होंने कोई कमी नहीं छोड़ी। कविता बोरा एसएसजे कॉलेज में बीए थर्ड सेमेस्टर की स्टूडेंट हैं। उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई जीजीआईसी अल्मोड़ा से की। इसी स्कूल में उनकी माता भोजनमाता का काम करती हैं। आगे पढ़िए
यह भी पढ़ें - ऑल वेदर रोड..ये है उत्तराखंड की सबसे लंबी सुरंग, इस हाईटेक प्रोजक्ट की खास बातें जानिए
परिवार में 3 बहनें और एक छोटा भाई है। कविता ने 11वीं कक्षा में पढ़ने के दौरान ही हॉकी खेलना शुरू कर दिया था। अब वो केरल में होने वाली नेशनल सीनियर महिला हॉकी प्रतियोगिता में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करेंगी। चैंपियनशिप का आयोजन 23 जनवरी से 2 फरवरी तक होगा। सीनियर महिला टीम के चयन के लिए रुद्रपुर में ट्रायल हुए थे। जिसमें प्रदेश के 13 जिलों की हॉकी प्लेयर्स ने हिस्सा लिया। अल्मोड़ा से चुनी गईं कविता ने सेलेक्शन के बाद 4 से 18 जनवरी तक बिड़ला स्कूल हल्द्वानी में लगे कैंप में हिस्सा लिया। वो स्कूल स्तर की नेशनल हॉकी प्रतियोगिता में भी हिस्सा ले चुकी हैं। कुमाऊं यूनिवर्सिटी की तरफ से साल 2018 और 2019 में दो बार नॉर्थ जून प्रतियोगिता भी खेल चुकी हैं। राज्य स्तरीय हॉकी में उन्होंने कांस्य पदक भी जीता है। अब वो केरल में होने वाली नेशनल हॉकी चैंपियनशिप में उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करती दिखेंगी।