उत्तराखंड के लिए गौरवशाली पल, चमोली जिले के बेटे को मिली IMA की कमान
लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने आईएमए के नए कमांडेंट के तौर पर पदभार ग्रहण कर लिया है। वो सेना के कई स्पेशल ऑपरेशंस में हिस्सा ले चुके हैं, अब उन पर सेना के लिए अफसर तैयार करने की जिम्मेदारी होगी...
Feb 3 2020 11:25AM, Writer:कोमल
उत्तराखंड के लाल केंद्र और सेना में अहम पदों पर सेवाएं दे रहे हैं। इन लोगों में अब लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी का नाम भी शामिल हो गया है। पहाड़ के बेटे को बड़ी जिम्मेदारी मिली है। लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी को भारतीय सैन्य अकादमी का नया कमांडेंट बनाया गया है। 1 फरवरी से उन्होंने पदभार ग्रहण कर लिया। अब उनकी देखरेख में सेना के लिए नए अफसर तैयार होंगे। लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी से पहले ये जिम्मेदारी लेफ्टिनेंट जनरल एसके झा निभा रहे थे। लेफ्टिनेंट जनरल नेगी इससे पहले स्ट्रैटेजिक फोर्सेज कमांड के कमांडर के पद पर कार्यरत थे। अब उन्हें आईएमए की जिम्मेदारी दी गई है। लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी उत्तराखंड से ताल्लुक रखते हैं, ये तो आपने जान ही लिया। चलिए अब आपको उनके बारे में थोड़ी और डिटेल देते हैं। लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी मूलरूप से चमोली जिले के कम्द गांव के रहने वाले हैं।
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सितंबर 1960 में जन्मे लेफ्टिनेंट जनरल नेगी की शुरुआती पढ़ाई कम्द में ही हुई। बाद में उन्होंने मेरठ के सेंट जॉन हायर सेकेंडरी स्कूल से पढ़ाई की। साल 1977 में उन्हें एनडीए में जाने का मौका मिला। जून 1981 में उन्होंने 16 डोगरा रेजिमेंट में कमीशन लिया। अपने 39 साल के शानदार सेवाकाल में उन्होंने कई अहम जिम्मेदारियां संभालीं। उन्होंने ऑपरेशन पराक्रम के दौरान पश्चिमी क्षेत्र में अपनी बटालियन को कमांड किया था। ब्रिगेडियर के तौर पर उन्होंने असम और अरुणाचल प्रदेश में आतंकवाद विरोधी अभियानों की अगुवाई की। वो मऊ स्थित इंफ्रेंट्री स्कूल में इंस्ट्रक्टर भी रहे। लेफ्टिनेंट जनरल नेगी को उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया जा चुका है। लेफ्टिनेंट जनरल नेगी सेना में उच्च पद पर होने के बावजूद अपने गांव से हमेशा जुड़े रहे। वो नियमित तौर पर अपने गांव आते-जाते रहते हैं। अब लेफ्टिनेंट जनरल नेगी को आईएमए की कमान सौंपी गई है। उन पर सेना के लिए नए अफसर तैयार करने की जिम्मेदारी होगी।