उत्तराखंड पुलिस के सिंघम..भूस्खलन में बचाई अफसरों की जान, मिला जीवन रक्षा पदक..बधाई दें
धरासू के थानाध्यक्ष विनोद थपलियाल और पुरोला में पोस्टेड कांस्टेबल ममलेश रावत को जीवन रक्षक पदक से नवाजा गया है, जानिए इनके साहस की कहानी...
Feb 7 2020 4:17PM, Writer:KOMAL
उत्तराखंड पुलिस के दो हीरोज की कहानी अब पूरा देश जानेगा। उत्तरकाशी के दो जांबाज पुलिसकर्मियों को अदम्य साहस के लिए जीवन रक्षक पदक सम्मान से नवाजा गया है। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर दो अफसरों की जान बचाई थी। इनका नाम है विनोद थपलियाल और ममलेश रावत। विनोद थपलियाल वर्तमान में धरासू थानाध्यक्ष हैं। जबकि ममलेश रावत वर्तमान में पुरोला थाने में कांस्टेबल (चालक) के पद पर तैनात हैं। इन्हें दो वरिष्ठ अधिकारियों का जीवन बचाने के लिए जीवन रक्षक पदक से सम्मानित किया गया। जीवन रक्षक पदक के लिए चुने जाने पर दोनों जांबाजों खुशी जताई। चलिए अब आपको खाकी को असली मायने देने वाले इन जांबाजों के पराक्रम की कहानी बताते हैं। घटना 17 जुलाई 2018 की है। उत्तरकाशी के डीएम डॉ. आशीष चौहान और तत्कालीन पुलिस अधीक्षक ददनपाल यमुनोत्री से वापस लौट रहे थे। यमुनोत्री हाईवे पर 700 मीटर लंबे डाबरकोट भूस्खलन जोन को पार करना था, जो कि आसान नहीं था।
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पहाड़ से पत्थर बरस रहे थे। उस वक्त बड़कोट थाने के एसओ रहे विनोद थपलियाल और कांस्टेबल ममलेश रावत ने अपनी गाड़ी आगे बढ़ाने की ठानी। डीएम और एसपी भी उनकी गाड़ी में सवार हो गए। गाड़ी जैसे ही आगे बढ़ी, पहाड़ से पत्थरों की बरसात होने लगी। गाड़ी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। उसमें सवार एसपी घायल हो गए। तब दोनों पुलिसकर्मियों ने अपनी जान पर खेलकर दोनों अफसरों को गाड़ी से किसी तरह बाहर निकाला। पुलिसकर्मियों ने अफसरों को पैदल चलकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया। अफसरों की जान बचाने वाले एसओ विनोद थपलियाल और कांस्टेबल ममलेश रावत को पुलिस जीवन रक्षक पदक से सम्मानित किया गया है। राज्य समीक्षा टीम की तरफ से दोनों जांबाजों के साहस को सलाम, आप भी इन्हें बधाई दें।