उत्तराखंड में अब ट्रैफिक रूल्स तोड़ने वालों की खैर नहीं, हाईटेक हो गई ट्रैफिक पुलिस
खुद को हर नियम-कानून से ऊपर समझने वाले लोग अपना एटीट्यूड बदल लें, क्योंकि अब अगर ट्रैफिक रूल तोड़ा तो कार्रवाई होना तय है। traffic eye Uttarakhand app गजब है।
Mar 4 2020 12:27AM, Writer:कोमल नेगी
देश को आजाद हुए कई दशक बीत गए, लेकिन आज भी लोगों से बार-बार ट्रैफिक रूल्स फॉलो करने के लिए कहना पड़ता है। सड़क पर चलते वक्त आप भी ऐसे कई लोगों को देखते होंगे, जो ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी करते हैं। सड़क को अपनी जागीर समझते हैं। ऐसी स्थिति में आप क्या करते हैं। ज्यादा से ज्यादा, सामने वाले पर चिल्लाते होंगे, या फिर खिझकर आगे बढ़ जाते होंगे, लेकिन अब फ्रस्टेड होने की जरूरत नहीं है। आप भी ऐसे लोगों को सबक सिखा सकते हैं। यातायात निदेशालय ने एक खास तरह का एप लांच किया है और इसका बेहतर रिस्पॉन्स देखने को मिल रहा है। इस एप का नाम है ट्रैफिक आई उत्तराखंड traffic eye Uttarakhand app । इस व्यवस्था के शुरू होते ही प्रदेश के सभी 13 जिलों में ई-चालान व्यवस्था शुरू हो गई है। एप करता क्या है, ये भी बताते हैं। दरअसल इस एप के जरिए लोग ट्रैफिक रूल्स की अनदेखी करने वालों के बारे में पुलिस को बता सकते हैं। आप की दी गई सूचना पर पुलिस लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ एक्शन लेगी। आगे भी पढ़िए
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ई-चालान व्यवस्था लागू होने से ये भी पता चलेगा कि किस व्यक्ति का नियमों का कितनी बार चालान काटा गया है। किसी व्यक्ति का तीन बार चालान कटने के उपरान्त ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त हो जायेगा। एक तरह से ट्रैफिक निदेशालय का ट्रैफिक आई उत्तराखंड एप traffic eye Uttarakhand app जनता को पुलिस की आंख-कान बनने का मौका दे रहा है। एप के जरिए आप भी पुलिस की मदद कर सकते हैं। ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने में अपना योगदान दे सकते हैं। एप की लांचिंग 29 फरवरी को हो चुकी है। गूगल प्ले स्टोर पर इस एप को अब तक सैकड़ों लोग देख चुके हैं। इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकेगा। कुल मिलाकर पुलिस ने खुद को हर नियम-कानून से ऊपर समझने वालों को सबक सिखाने का इंतजाम कर लिया है। पुलिस हर जगह मौजूद नहीं रह सकती। ऐसे में ट्रैफिक पुलिस का ये नया एप ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने में बड़ा मददगार साबित होगा।