उत्तराखंड लॉकडाउन: पहाड़ के इस गांव में सख्त नियम..पहले जांच कराओ, फिर गांव में एंट्री पाओ
रामणी गांव में बाहर से आने वाले हर शख्स को पहले अपने स्वास्थ्य की जांच करानी होगी। जांच के बाद ही गांव में एंट्री मिल सकेगी। गांववाले बाहर से आने वालों की सूचना प्रशासन को भी देंगे...
Mar 27 2020 4:30PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना को हराने के लिए हमें मिलकर काम करना होगा। सरकार अपना काम कर ही रही है, साथ ही प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में भी कोरोना रोकथाम के लिए शानदार प्रयास किए जा रहे हैं। इन प्रयासों ने साबित कर दिया है कि अगर हमें महामारी से बचना है तो अपने साथ-साथ दूसरों के बारे में भी सोचना होगा। एक ऐसा ही शानदार काम चमोली में हो रहा है। जहां घाट विकासखंड के एक गांव में कोरोना को लेकर खास एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी के अनुसार गांव में बाहर से आने वालों के लिए स्वास्थ्य जांच अनिवार्य कर दी गई है। यानि पहले स्वास्थ्य की जांच कराओ, फिर गांव में एंट्री पाओ। बिना जांच के गांव में नो एंट्री। इस गांव का नाम है रामणी गांव। जिसके प्रधान हैं सूरज सिंह पंवार। गांव की आबादी 1 हजार है। आधी से ज्यादा आबादी काम करने के लिए शहरों में गई है। शहर में बसे ये लोग अब गांव वापस लौट रहे हैं, लेकिन इनके साथ कोरोना वायरस गांव में ना आ जाए, इसके लिए गांववाले विशेष एहतियात बरत रहे हैं।
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प्रधान सूरज सिंह कहते हैं कि घर आने वाले लोगों को हम रोक नहीं सकते। इसलिए ग्रामीणों ने तय किया है कि मैदानी क्षेत्रों से आने वाले लोगों की पहले हम स्वास्थ्य जांच कराएंगे। फिर स्वास्थ्य विभाग कि एडवाइजरी के अनुसार उन्हें गांव में रखा जाएगा। घर आने वाले हर शख्स की सूचना तुरंत प्रशासन को दी जाएगी, ताकि उसकी जांच कराई जा सके। संबंधित व्यक्ति के आइसोलेशन में होने की बात पूरे गांव में बताई जाएगी। साथ ही बीमार लोगों के बारे में प्रशासन को सूचना भी देंगे। कोरोना वायरस को लेकर जारी एडवाइजरी जनता की भलाई के लिए है, इस बात को हमें समझना होगा। हम किसी को गांव में आने से रोक नहीं रहे हैं, लेकिन एहतियातन ऐसे लोगों की जांच जरूर कराएंगे। उन्हें कुछ दिन के लिए होम क्वॉरेंटाइन भी किया जाएगा।