उत्तराखंड: दिल्ली जमात से लौटा युवक आइसोलेट होने से पहले भागा, इलाके में हड़कंप
सवाल ये है कि क्या ऐसे लोग समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझ पा रहे हैं? क्या ऐसे लोगों को सही इलाज की जरूरत नहीं है? पढ़िए पूरी खबर
Apr 1 2020 7:55PM, Writer:राज्य समीक्षा डेस्क
दिल्ली के निजामुद्दीन की जमात ने देशभर में भूचाल कड़ा कर दिया। अब अलग अलग राज्यों से अलग अलग मामले सामने सामने आ रही हैं। कश्मीर से लेकर तेलंगाना तक हड़कंप मचा हुआ है। हमारा राज्य उत्तराखंड भी इससे अछूता नहीं है। अब सवाल ये है कि आखिर किस तरह से इस बवंडर को थामा जाए। अलग अलग राज्यों की पुलिस टीमें भी पूरी तत्परता से ऐसे लोगों को रोकने का काम कर रही हैं। लेकिन इस बीच सबसे बड़ा सवाल खड़ा होता है किया ये लोग इपनी जिम्मेदारी समझ पा रहे हैं? इंसान की जान की कीमत इनके लिए क्या है ? ताजा मामला उत्तराखंड के हरिद्वार का है जहां दिल्ली जमात से लौटे एक युवक ने आइसोलेट होने से पहले भी भागने की कोशिश कर दी। हालंकि पुलिस ने उसे आधे घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ तो लिया लेकिन तब तक वो न जाने कितनी जगहों पर थूक चुका था। आगे पढ़िए पूरी खबर
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बताया जा रहा है कि दिल्ली जमात से हरिद्वार तीन लोग आए थे। लक्सर क्षेत्र के पुलिस क्षेत्राधिकारी की सूचना पर लक्सर सीएचसी प्रभारी डॉ. अनिल वर्मा अपनी टीम के साथ सुल्तानपुर पहुंचे। इसके बाद तीनों लोगों को आइसोलेट करने के लिए मेला अस्पताल भेजा गया। इसके बाद तीनों को लेकर पुलिस और स्वास्थ्य महकमे की टीम एंबुलेेंस से मेला अस्पताल पहुंची। अब असल हडकंप मचना बाकी था। जिस दौरान इन तीनों को एंबुलेंस से उतारा जा रहा था, तभी एक युवक मौके से भाग निकला। बस फिर क्या था..पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए। पता चला कि युवक ब्रह्मपुरी की तरफ भागा है। स्थानीय युवाओं ने पुलिस की मदद की और आखिरकार उसे ढूंढ निकाला गया। युवक को मेला अस्पताल से भागते वक्त कई जगह थूकते देखा गया। वो जिस जिस रास्ते भागा, उस उस रास्ते को सेनिटाइज किया गया है। कुछ जगहों में कीटनाशकों का छिड़काव भी किया गया।