अनुशासन के मामले में नंबर-1 पहाड़ी
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आंकड़ो के मुताबिक 24 से 31 मार्च तक के लगे लॉकडाउन में कुमाऊं के पहाड़ी जनपदों के लोगों ने शिकायत का सबसे कम मौका दिया है और लॉकडाउन के नियमों को फॉलो करने में सबसे अधिक योगदान दिया। आंकड़ों की बात करें तो अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर और चम्पावत जिले में 31 मार्च कर्फ़्यू का पालन न करने पर 75 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।
शहर खा रहे हैं मात
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वहीं दूसरी ओर अकेले उधमसिंह नगर में 106 केस इस दौरान दर्ज किए गए जबकि नैनीताल में 69 मामले दर्ज हुए हैं। कुमाऊं में कुल मिला कर 250 मुकदमे दर्ज हुए हैं और 440 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। डीआईजी कार्यालय के मुताबिक 31 मार्च तक बागेश्वर जिले में कुल तीन केस दर्ज हुए हैं। पहाड़ी इलाकों में रहने वाली जनता ने अपने संयम और देशप्रेमी का अनूठा उदाहरण उत्तराखंड वालों को दिया है।