उत्तराखंड में अब तक 30 जमाती कोरोना पॉजिटिव, 185 जमातियों की रिपोर्ट आनी बाकी
उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand police) और सरकार ने समय रहते सख्त कदम ना उठाए होते तो यहां हालात बेकाबू हो सकते थे...आगे पढ़िए पूरी खबर
Apr 17 2020 2:16PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग कोरोना संक्रमण को लेकर कई महीने पहले से एहतियात बरत रहा था, लेकिन जमात से लौटे लोगों ने सरकार और विभाग की मेहनत पर पानी फेर दिया। (Uttarakhand police) डीजी लॉ एंड ऑर्डर अशोक कुमार नी मीडिया को बताया कि उत्तराखंड में अब तक कोरोना संक्रमण के 37 पॉजिटिव मामले मिले हैं, जिनमें से 30 मामले जमातियों से जुड़े हैं। इसके अलावा 185 जमाती ऐसे हैं, जिनकी रिपोर्ट आना बाकी है। उत्तराखंड में लगभग सभी 1436 जमातियों को एहतियातन क्वारंटाइन किया जा चुका है। प्रशासन ने इन्हें ट्रेस करने के बाद इनका वेरिफिकेशन कराया। बाद में इन्हें होम और इंस्टीट्यूशनल क्वारेंटाइन किया गया। 13 जमातियों की क्वारेंटाइन अवधि पूरी हो गई थी। जिसके चलते उन्हें घर भेज दिया गया। 185 जमातियों की कोरोना सैंपल जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। गुरुवार को सभी सैंपल की जांच रिपोर्ट नेगेटिव मिली। अभी 185 जमातियों की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है। अगले 2 से 3 दिनों में बाकी बचे टेस्ट की रिपोर्ट आ जाएगी, इसके बाद ही तस्वीर पूरी तरह साफ हो पाएगी। आगे पढ़िए
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चलिए अब आपको उत्तराखंड में क्वारेंटाइन किए गए जमातियों के बारे में बताते हैं। जिन 1436 जमातियों को क्वारेंटाइन किया गया है, उनमें से 513 जमाती बाहरी राज्यों के हैं। ये लोग लॉकडाउन के चलते उत्तराखंड में फंसे हैं। जबकि 923 जमाती उत्तराखंड के निवासी हैं। सभी जमाती देश के अलग-अलग राज्यों से जमात में हिस्सा लेकर उत्तराखंड लौटे हैं। उत्तरकाशी के रहने वाले 13 जमातियों को क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद घर भेज दिया गया। कोरोना टेस्ट में अभी तक 30 जमाती पॉजिटिव मिले हैं। प्रदेश में कोरोना पॉजिटिव मिले ज्यादातर केस जमातियों से जुड़े हैं। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंहनगर, अल्मोड़ा और नैनीताल में जो 37 कोरोना पॉजिटिव केस मिले हैं, उनमें से 30 जमातियों से जुड़े हैं। जमात से लौटे लोगों की लापरवाही के चलते उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण तेजी से फैला। जिस वजह से पुलिस (Uttarakhand police) को 15 इलाकों को सील करना पड़ा। यहां चंद लोगों की लापरवाही का खामियाजा हजारों लोगों को भुगतना पड़ रहा है। अलग-अलग इलाकों में हजारों लोगों की आबादी को क्वारेंटाइन किया गया है।