उत्तराखंड के लिए योगी सरकार का नेक काम, कोटा में फंसे 300 छात्रों को घर भेजा
कोटा में तकलीफ झेल रहे गढ़वाल-कुमाऊं के 300 छात्रों को यूपी सरकार की मदद से उत्तराखंड लाया गया। इनके घर लौटते ही अभिभावकों के चेहरे खिल उठे, तकलीफ और चिंता का अंतहीन सिलसिला भी खत्म हो गया...
Apr 21 2020 12:57PM, Writer:कोमल नेगी
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस वक्त भावनात्मक पीड़ा से गुजर रहे हैं। सोमवार को उनके पिता का निधन हो गया था, लेकिन मुश्किल की इस घड़ी में भी सीएम योगी उन परिवारों के बारे में सोचते रहे, जिनके लाल राजस्थान के कोटा में फंसे थे। सोमवार को यूपी की योगी सरकार की बदौलत इन परिवारों की खुशियां लौट आई हैं। कोटा में तकलीफ झेल रहे 300 छात्रों को यूपी सरकार की मदद से उत्तराखंड लाया गया। छात्रों के घर लौटते ही अभिभावकों के चेहरे खिल गए। तकलीफ और चिंता का अंतहीन सिलसिला भी खत्म हो गया। लाडलों के घर लौटते ही परिवारों में खुशियां भी लौट आईं। उत्तराखंड के लगभग तीन सौ छात्र राजस्थान के कोटा में मेडिकल और प्रतियोगी परीक्षाओं की कोचिंग के लिए गए थे, लेकिन लॉकडाउन के चलते वहीं फंसकर रह गए। हॉस्टल जेल बन गया था। छात्र खाने और रहने की समस्या भी झेल रहे थे।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: फूलचट्टी घाट पर पंच तत्व में विलीन हुए CM योगी के पिता..देखिए भावुक तस्वीरें
उत्तराखंड सरकार इन छात्रों को वापस लाने के लिए 25 सरकारी बसें भेजने की योजना भी बना चुकी थी, लेकिन इससे पहले ही यूपी गर्वनमेंट ने छात्रों की वापसी का इंतजाम कर दिया। योगी सरकार ने यूपी के साथ-साथ उत्तराखंड के छात्रों को भी घर पहुंचाने की व्यवस्था की। सोमवार को यूपी परिवहन की बसें छात्रों को लेकर ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज के खेल मैदान में पहुंची। जहां पुलिस प्रशासन ने सोशल डिस्टेंसिंग बनाते हुए छात्रों के नाम पते दर्ज कराए। उनके स्वास्थ्य की जांच कराई। बाद में सभी को उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों से उनके घर भेज दिया। कुमाऊं के 262 छात्रों को 16 बसों से सुरक्षित घर पहुंचाया गया। इसी तरह गढ़वाल रीजन के भी 150 छात्र सुरक्षित घर लौट आए। आपको बता दें कि कोटा में फंसे छात्रों की घर वापसी के लिए राज्य सरकार की तरफ से सचिव शैलेश बगोली ने यूपी सरकार से संपर्क साधा था। यूपी सरकार ने भी उत्तराखंड की परेशानी को समझा और मदद का हाथ आगे बढ़ाते हुए उत्तराखंड के छात्रों को घर वापस पहुंचा दिया।