उत्तराखंड: 5 जिलों के 7 शहरों में अब ऑड-ईवन फॉर्मूला..जारी हुई नई गाइड लाइन
चौथे लॉकडाउन में राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को कई रियायतें दी हैं। इसमें सबसे प्रमुख है पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन। प्रदेश सरकार ने वाहनों की आवाजाही के लिए प्रदेश के सात शहरों में ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया है...
May 18 2020 6:57PM, Writer:कोमल नेगी
कोरोना और इसके चलते लगे लॉकडाउन ने हमारी जिंदगी पूरी तरह बदल कर रख दी। जब तक इसका इलाज नहीं मिलता, तब तक हमें इसके डर के साथ जीने की आदत डालनी होगी। लॉकडाउन के तीन चरण खत्म हो चुके हैं, चौथे चरण की शुरुआत हो गई है। लॉकडाउन के चौथे चरण में लोगों को कई रियायतें मिलेंगी। चौथे लॉकडाउन में राज्य सरकार ने प्रदेशवासियों को कई रियायतें देने का ऐलान किया है। इसमें सबसे प्रमुख है पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन। प्रदेश सरकार ने वाहनों की आवाजाही के लिए प्रदेश के सात शहरों में ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू किया है। इन सात शहरों मे राजधानी देहरादून के अलावा हल्द्वानी, रुद्रपुर, काशीपुर, हरिद्वार, कोटद्वार और रुड़की शामिल हैं। सोमवार को इस संबंध में नई गाइड लाइन जारी कर दी गई। आगे भी पढ़िए
यह भी पढ़ें - BREAKING: उत्तराखंड में लॉकडाउन-4 की गाइड लाइन जारी…2 मिनट में पढ़ लीजिए
उत्तराखंड के मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने 7 शहरों में ऑड-ईवन फॉर्मूल लागू करने की घोषणा की। इन सातों शहरों में गाड़ियों की आवाजाही पर ऑड-ईवन व्यवस्था लागू होगी। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने बताया कि अब तक उत्तराखंड लौटने के लिए 2 लाख 25 हजार से ज्यादा प्रवासी रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। 1 लाख 4 हजार से ज्यादा प्रवासी राज्य में लाए जा चुके हैं। राज्य के भीतर 80 हजार से ज्यादा लोगों को इंटर स्टेट मूवमेंट कराया गया। अभी तक 12 स्पेशल ट्रेनों से हजारों प्रवासी उत्तराखंड लौट चुके हैं। राज्य से बाहर जाने के लिए 38 हजार लोगों ने आवेदन किया था, जिनमें से 22 हजार लोगों को उनके राज्य में भेजा जा चुका है। केवल देश ही नहीं विदेशों से भी उत्तराखंडियों को वापस लाया जा रहा है। विदेश से 121 लोगों को वापस लाया जाना है, जिनमें से 71 लोग प्रदेश में वापस लौट चुके हैं। विदेश में फंसे दूसरे लोगों को लाने की प्रक्रिया भी जारी है। मुख्य सचिव ने बाहर से लौटने वाले प्रवासियों को क्वारेंटीन का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि क्वारेंटीन का पालन ना होने पर संगीन धाराओं में कार्रवाई की जाएगी।