उत्तराखंड: गुरुग्राम से लौटे बेटे ने पिता को बेरहमी से मार डाला, खुद भी खाया जहर
बेटे के हाथों मारे गए चतर सिंह 70 साल के थे। कभी उनका भरापूरा परिवार हुआ करता था, लेकिन बुढ़ापे में अकेले रह गए चतर सिंह रिश्तेदारों के यहां रह रहे थे...
Jun 19 2020 6:33PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड में डिप्रेशन से जूझ रहे युवक ने पिता की बेरहमी से हत्या कर दी। पिता को मौत के घाट उतारने के बाद युवक ने खुद भी जहर खा लिया। युवक की हालत गंभीर बनी हुई है, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दिल दहला देने वाली ये घटना उधमसिंह नगर जिले के बाजपुर में हुई। जहां बेटे ने पिता की हत्या करने के बाद जहर खाकर खुदकुशी का प्रयास किया। पिता की लाश बरहैनी के जंगल में पड़ी मिली, वहीं पर बेटा भी गंभीर हालत में पड़ा था, जिसे पुलिस ने इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। इस संबंध में मोहल्ला मुंडिया पिस्तौर मे रहने वाली रेनू नाम की युवती ने पुलिस को तहरीर दी है। जिसमें रेनू ने बताया कि उसके मौसा चतर सिंह और मौसेरा भाई रणवीर सिंह उर्फ बबलू कई दिन से उसके घर पर रह रहे थे। आगे पढ़िए
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बुधवार सुबह बबलू ने कहा कि वो पापा की आंखों का इलाज कराने जा रहा है। ये कहकर बबलू ई-रिक्शा से बाजार की तरफ चला गया। दोपहर बाद बबलू के जीजा दीपक ने रेनू को फोन किया और बताया कि उनकी बबलू से बात हुई है। बबलू फोन पर कह रहा था कि उसने अपने पापा को मार डाला है, और अब खुद भी जहर खाकर अपनी जिंदगी खत्म कर रहा है। ये सुनते ही रेनू सन्न रह गई। परिवारवालों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। बबलू के फोन की लोकेशन बरहैनी वन रेंज में मिली। गुरुवार शाम 4 बजे पुलिस ने झाडखंडी से चतर सिंह की लाश बरामद की। उनके हाथ और गर्दन की नस कटी हुई थी। कुछ ही दूरी पर बबलू भी बेहोश पड़ा था। इसे इलाज के लिए हल्द्वानी रेफर किया गया है। परिजनों ने बताया कि बबलू 12 अप्रैल को गुरुग्राम से अपनी बहन के घर हल्द्वानी आया था। आगे पढ़िए
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क्वारेंटाइन अवधि पूरी होने के बाद वो 2 जून को बाजपुर पहुंचा। जहां उसके पिता चतर सिंह बबलू की मौसेरी बहन रेनू के पास रह रहे थे। परिजनों ने बताया कि बबलू डिप्रेशन से जूझ रहा था। उसका कई जगह इलाज कराया गया, लेकिन उसकी हालत में सुधार नहीं हुआ। इस बीच बुधवार को उसने खतरनाक कदम उठा लिया। बेटे के हाथों मारे गए चतर सिंह 70 साल के थे। उनके दो बेटे और एक बेटी है। बड़े बेटे और बेटी की शादी हो गई है। बबलू मानसिक रोगी था, इसलिए उसकी शादी नहीं हो पाई। 15 साल पहले चतर सिंह की पत्नी का देहांत हो गया था। वहीं बबलू जॉब के लिए गुड़गांव चला गया। जिसके बाद चतर सिंह अकेले हो गए थे। बताया जा रहा है कि बड़े बेटे ने चतर सिंह और बबलू से सारे संबंध तोड़ लिए थे। बुढ़ापे में अकेले रह गए चतर सिंह रिश्तेदारों के यहां रहते थे। बुधवार को छोटे बेटे बबलू ने उनकी हत्या कर दी। वहीं पुलिस ने बताया कि फिलहाल वो बबलू के होश में आने का इंतजार कर रहे हैं। हालत में सुधार होने पर बबलू से पूछताछ की जाएगी।