उत्तराखंड का ये जिला बना अपराध का गढ़, बीते 18 महीने में 76 लोगों की हत्या
पिछले 18 महीने में कुमाऊं के इस मैदानी जिले की धरती एक के बाद एक 76 बार लोगों के खून से लाल हुई। ज्यादातर मामले अवैध संबंधों से जुड़े हैं...आगे पढ़िए पूरी खबर
Jun 21 2020 8:57PM, Writer:कोमल नेगी
उत्तराखंड का मैदानी जिला ऊधमसिंहनगर। औद्योगिक गतिविधियों और रोजगार देने के मामले में पहचान बना चुका ये जिला पिछले कुछ महीनों से लगातार चर्चा में है। दुर्भाग्य से चर्चा की वजहें अच्छी नहीं है, जिले में क्राइम रेट तेजी से बढ़ा है। एक न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक बात करें पिछले 18 महीने की तो इस जिले की धरती एक के बाद एक 76 बार लोगों के खून से लाल हुई। जिले में पिछले 18 महीने में 76 लोगों की हत्या हुई। ज्यादातर मामले पति-पत्नी के बीच हुए विवाद से जुड़े रहे। पति-पत्नी के रिश्ते में पनप रहा शक और झगड़ा न सिर्फ कलह बल्कि अपराध की जड़ भी बन रहा है। 18 महीने में महिला हेल्प लाइन में पति-पत्नी के बीच विवाद से जुड़े 1413 मामले पहुंचे। 50 फीसदी मामलों को पुलिस सुलझाने में सफल रही, लेकिन कई मामलों का अंत बेहद दर्दनाक रहा। बीते शनिवार को ऐसा ही एक मामला ट्रांजिट कैंप क्षेत्र में सामने आया। जहां समीर नाम के युवक की हत्या कर दी गई। हत्या का आरोप समीर की पत्नी श्यामली और उसके प्रेमी पर है।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में चीन सीमा पर सैटेलाइट सिग्नल मिलने की खबर, गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट
जिले में अवैध संबंधों के चलते हत्या के कई मामले पहले भी सामने आ चुके हैं। पिछले साल 4 अप्रैल को फुलसुंगी में राणा प्रताप नाम के युवक की लाश मिली थी। जांच हुई तो पता चला कि राणा अपने दोस्त की पत्नी पर बुरी नजर रखता था। जिसके चलते दोस्त ने ही दोस्त को मार डाला। इसी तरह 21 अप्रैल 2019 को रवींद्रनगर में रहने वाले मोहन कुमार ने अपनी पत्नी रीतू सिंह की हत्या कर दी थी। उसे लगता था कि पत्नी का कहीं और अफेयर चल रहा है। 17 मई 2019 को अवतार सिंह नाम के शख्स की जली हुई लाश एक गाड़ी से बरामद हुई थी। हत्या का आरोप अवतार सिंह की पत्नी और उसके दोस्त पर लगा। दोनों जेल में हैं। इसी तरह की घटना 15 मई 2019 को भी सामने आई। सितारगंज में रतन सिंह नाम के शख्स की खून से सनी लाश मिली थी। हत्या का आरोप पत्नी गुरमीत और और उसके दोस्त कुलविंदर पर लगा। पिछले 18 महीने के भीतर जिले में 76 लोगों की हत्या कर दी गई। ज्यादातर मामलों का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। इसके बावजूद अब भी कई मामले अनसुलझे हैं। पिछले साल जिले में हत्या के 59 मामले सामने आए थे। जबकि इस साल अब तक हत्या के 18 मामले सामने आ चुके हैं। जिले में लूट, चोरी, दुष्कर्म और अपहरण के बढ़ते मामले पुलिस के लिए चुनौती बने हुए हैं।