उत्तराखंड: 5 जिलों में मूसलाधार बारिश की चेतावनी..मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
चारधाम यात्रा के दौरान बारिश आपके सफर में रुकावट बन सकती है। मौसम विभाग ने चारधाम यात्रा मार्गों के लिए अलर्ट जारी किया है। अगले दो दिन संभल कर रहें...
Jul 20 2020 12:15PM, Writer:कोमल नेगी
पहाड़ में मुसीबत की बारिश से लोग बेहाल हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक हर जगह से तबाही की तस्वीरें आ रही हैं। इन दिनों जितना संभव हो पहाड़ की यात्रा टाल दें। मौसम विभाग ने भी चारधाम यात्रा मार्गों के लिए अलर्ट जारी किया है। यात्रियों को अगले दो दिन संभल कर रहने की जरूरत है। अगले 24 घंटे पांच जिलों के लिए मुश्किल भरे रहेंगे। मौसम विभाग ने सूबे के पांच जिलों के लिए भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। आज हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, पिथौरागढ़ और बागेश्वर जिले के लोगों को संभलकर रहने की जरूरत है। यहां भारी बारिश का अनुमान है। प्रदेश के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। पहाड़ी इलाकों में बारिश का सिलसिला 25 जुलाई तक जारी रहेगा। इस वक्त बारिश की वजह से ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्रों में आपदा जैसे हालात बने हुए हैं।
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नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। सड़कों के बंद होने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यात्रा पर निकलना ही पड़े तो विशेष ध्यान रखें। घर से निकलने से पहले संबंधित क्षेत्र के मौसम और सड़कों का हाल जरूर जान लें। मौसम विभाग ने बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब के मार्गों के लिए अलर्ट जारी किया है। चारधाम यात्रा के दौरान बारिश आपके सफर में रुकावट बन सकती है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है। फिलहाल बारिश से राहत नहीं मिलेगी, मौसम विभाग अगले दो दिनों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। बारिश का सिलसिला यूं तो पूरे हफ्ते जारी रहेगा, लेकिन 21 और 22 जुलाई को चारधाम यात्रा मार्ग में पड़ने वाले क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
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मौसम विभाग ने 21 और 22 जुलाई को केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री और हेमकुंड साहिब के यात्रा मार्गों पर भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। अगले 48 घंटों के दौरान कई जगहों पर भारी बारिश हो सकती है। जिससे भूस्खलन का खतरा है। ऐसे में चारधाम यात्रा पर जाने वाले तीर्थ यात्रियों को सलाह दी गई है कि वो स्थानीय प्रशासन से मिली सूचना के आधार पर ही सफर करें। मौसम के बुलेटिन पर भी नजर बनाए रखें।