देहरादून में बाढ़ जैसे हालात, नदी किनारे बसे लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून में जो सबसे बड़ी समस्या सामने आ रही है, उसकी अहम वजह अतिक्रमण है। यहां नदी किनारे रहने वाले लोगों को कहीं और बसाया जाएगा।
Aug 19 2020 3:16PM, Writer:Komal Negi
मानसूनी बारिश पहाड़ी इलाकों के लिए काल साबित हो रही है। भूस्खलन की वजह से जगह-जगह सड़कें ब्लॉक हैं। नदियां-गधेरे उफान पर हैं। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक, हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जो नदी किनारे बसी बस्तियों में रह रहे हैं। इन दिनों नदियों का जलस्तर बढ़ा हुआ है, ऐसे में कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। देहरादून में भी बिंदाल और रिस्पना नदी उफान पर हैं। यहां नदी किनारे रहने वाले लोगों के लिए राज्य सरकार ने खास एक्शन प्लान बनाया है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर देहरादून में नदी किनारे रहने वाले लोगों को कहीं और बसाया जाएगा।
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मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिलाधिकारी को नदी-नालों के किनारे बसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार के निर्देश पर नदी और नालों के किनारे अतिक्रमण करने वाले लोगों को चिन्हित किया जाएगा। इन लोगों को कहीं और बसाने के इंतजाम किए जाएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि देहरादून के जिलाधिकारी से इस संबंध में बातचीत हुई है। डीएम को एक योजना बनाने के निर्देश दिए गए हैं। जलभराव की समस्या के समाधान के लिए स्पेशल प्लान बनाया जाएगा। ताकि बारिश के साथ आई समस्याओं को कम किया जा सके। देहरादून में जो सबसे बड़ी समस्या सामने आ रही है, उसकी अहम वजह अतिक्रमण है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र की नदियां अब नालों में तब्दील हो गई हैं, क्योंकि इनके किनारे लोगों ने अतिक्रमण किया हुआ है। इसे देखते हुए डीएम को निर्देश दिए गए हैं, कि संबंधित क्षेत्रों से अतिक्रमण हटाया जाए। नदी-नालों के किनारे बसी बस्तियों में रहने वाले लोगों को किसी और जगह शिफ्ट किया जाएगा। इन दिनों उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश ना सिर्फ पहाड़ी क्षेत्रों पर कहर बरपा रही है, बल्कि मैदानी क्षेत्रों में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। नदियां-नाले उफनाए हुए हैं। हरिद्वार-ऋषिकेश में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। जलस्तर बढ़ने से गंगा के किनारे के गांवों में बसे लोग खौफ के साये में जी रहे हैं। पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश की वजह से देहरादून में बिंदाल और रिस्पना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है, जिससे लोग डरे हुए हैं।