image: Black duck pair made center of attraction in Badrinath Dham

बदरीनाथ धाम की शेष नेत्र झील में दिव्य नज़ारा, आकर्षण का केन्द्र बना काले बतख का जोड़ा

बदरीनाथ धाम की शेष नेत्र झील में इन दिनों तिब्बत से आया काली बत्तख का जोड़ा आकर्षण का अद्भुत केंद्र बना हुआ है
Aug 25 2020 9:44AM, Writer:Komal Negi

उत्तराखंड में अनलॉक की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। इसी के साथ चार धाम यात्रा करने पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध हट चुका है। बदरीनाथ धाम के भी कपाट खुल चुके हैं मगर फिर भी खराब मौसम की वजह से बदरीनाथ यात्रा में बीते सालों के मुताबिक इस वर्ष काफी कम श्रद्धालु दर्शन करने आए हैं। वहीं कोरोना के खौफ से भी कई श्रद्धालुओं ने इस साल बदरीनाथ दर्शन करने का प्लान स्थगित कर दिया है।जिस कारण वहां पर श्रद्धालुओं की संख्या बेहद कम है और काफी अधिक शांति भी है। इसी बीच बद्रीनाथ धाम में दर्शन करने आए श्रध्दालुओं समेत वहां के स्थानीय निवासियों के लिए शेष नेत्र झील में इन दिनों तिब्बत से आया काली बत्तख का जोड़ा आकर्षण का अद्भुत केंद्र बना हुआ है। वाकई लोगों की आवाजाही कम होने के कारण प्रकृति खुलकर सांस ले पा रही है और खुलकर अपने रंग भी दिखा पा रही है। उत्तराखंड में भी मनुष्यों की दखलंदाजी न होने के बाद कई अनोखे जानवर लोगों की नजरों में आए। आजकल तिब्बत से आया काली बत्तख का जोड़ा भी बदरीनाथ धाम में कई श्रध्दालुओं और लोगों को लुभा रहा है। आगे पढ़िए

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स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्होंने पहली बार बद्रिकाश्रम क्षेत्र में काली बत्तख देखी है। बदरीनाथ में आए हुए यात्री को भी यह अनोखा जोड़ा अपने कैमरे में कैद करने पर मजबूर कर रहा है। झील में अठखेलियां करते इस जोड़े को देखकर हर कोई इसकी तारीफ कर रहा है और जमकर इसकी सुंदरता को निहार रहा है। मानसून और कोरोना संक्रमण के चलते स्थानीय लोग भी धाम में कारोबार नहीं कर रहे हैं। ऐसे में धाम में नामात्र की भीड़ होने के कारण वहां की सुंदरता देखने लायक है। बद्रिकाश्रम क्षेत्र की खूबसूरती देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध है। बस अड्डे के पास स्थित शेष नेत्र झील भी पानी से लबालब हो रखी है और खास बात यह है कि पहली बार यहां पर तिब्बत से काली बत्तख का जोड़ा आया है जो कि हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रहा है। बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल ने बताया कि यह जोड़ा करीब एक पखवाड़े से शीर्ष नेतृत्व में मौजूद है और वे खुद कई वर्षों के बाद बद्रीनाथ धाम में काली बत्तख के इस अनोखे जोड़े को देख रहे हैं।


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