उत्तराखंड में बनेंगी 5 नई सड़कें, जानिए प्रोजक्ट की खास बातें
साल 2022 से पहले प्रदेश में पांच नए सड़क प्रोजेक्टों पर काम शुरू होगा। इन प्रोजेक्ट्स को प्रदेश की तरक्की के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। जानिए इन प्रोजेक्ट्स के बारे में हर डिटेल
Sep 1 2020 1:07PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में सड़क सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में प्रयास जारी हैं। राज्य सरकार पहाड़वासियों की राह आसान बनाने की तैयारी में जुटी है। शहरी जिलों के साथ-साथ सीमांत क्षेत्रों में सड़क सेवाओं को बेहतर बनाया जा रहा है। साल 2022 से पहले प्रदेश में पांच नए सड़क प्रोजेक्टों पर काम शुरू होगा। इन प्रोजेक्ट्स को प्रदेश की तरक्की के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। साल 2022 में उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से पहले राज्य सरकार पांच महत्वाकांक्षी सड़क परियोजनाओं पर कार्य शुरू कराना चाहती है। इन प्रोजेक्ट्स में देहरादून एक्सप्रेस हाईवे भी शामिल है। दो से तीन महीने में प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार हो जाएगी। इसके अलावा हरिद्वार रिंग रोड प्रोजेक्ट पर भी काम शुरू हो गया है। प्रोजेक्ट की डीपीआर 21 जनवरी तक तैयार होगी। आगे पढ़िए
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इन दोनों सड़कों के बनने से प्रदेश में संचार सेवाओं को मजबूती मिलेगी। सड़क सेवाएं बेहतर होंगी तो देहरादून और हरिद्वार जैसे महत्वपूर्ण जिलों में आए दिन लगने वाले जाम से मुक्ति मिलेगी। सड़क दुर्घटनाएं कम होंगी। पर्यटन को रफ्तार मिलेगी। चलिए अब आपको उन पांच रोड प्रोजेक्ट्स के बारे में बताते हैं, जिन पर सरकार विधानसभा चुनाव से पहले काम शुरू कराना चाहती है। इन प्रोजेक्ट्स में अक्षरधाम दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस हाईवे, हरिद्वार में आउटर रिंग रोड और देहरादून-मसूरी वैकल्पिक मार्ग जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इसके अलावा मसूरी, त्यूनी और मलेथा हाईवे का चौड़ीकरण किया जाना है। ये प्रोजेक्ट इसलिए खास है, क्योंकि इस नई रोड को ऑलवेदर रोड का विकल्प बताया जा रहा है। राज्य सरकार ऑलवेदर रोड के विकल्प के तौर पर त्यूणी से मलेथा तक सड़क बनाने जा रही है। इसके बनने से देहरादून से टिहरी तक का सफर आसान हो जाएगा।
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ऑलवेदर रोड के बार-बार बंद होने से लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, ऐसे में नई रोड बनने से लोगों के पास दूसरे रास्ते के इस्तेमाल का विकल्प होगा। इसके अलावा ऋषिकेश बाइपास मार्ग का चौड़ीकरण भी किया जाएगा। इन पांचों नई परियोजनाओं के बारे में शासन स्तर पर प्रजेंटेशन भी हो चुके हैं। अब लोनिवि और भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) को इनकी डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। एनएचएआई पांच में से दो परियोजनाओं की डीपीआर तैयार करेगा। जिनमें गणेशपुर से देहरादून तक एक्सप्रेस हाईवे का निर्माण शामिल है। 19 किमी लंबे इस प्रस्तावित राजमार्ग की डीपीआर दो से तीन महीने में बनकर तैयार हो जाएगी। इसके अलावा हरिद्वार रिंग रोड प्रोजेक्ट पर भी काम होना है। ऋषिकेश में राज्य सरकार बाइपास बनाने की सोच रही है। लोक निर्माण विभाग के सचिव आरके सुधांशु ने कहा कि केंद्र सरकार ने जिन प्रस्तावों पर सहमति दी है, उनकी डीपीआर तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। डीपीआर तैयार होते ही प्रोजेक्ट्स पर काम शुरू हो जाएगा।