image: DM Vandana harvested crop in the field

पहाड़ में एक जिलाधिकारी ऐसी भी, दंराती पकड़कर खेत में फसल काटने लगी डीएम वंदना

डीएम वंदना सिंह चौहान की आम महिलाओं के साथ दरांती पकड़ कर फसल काटने की तस्वीर वायरल हो रही है.. जानिये इसका पूरा सच..
Sep 9 2020 3:37PM, Writer:Komal Negi

रुद्रप्रयाग की डीएम वंदना सिंह की हाथ में दरांती लिए खेतों में आम महिलाओं के साथ एक ठेठ किसान बनकर धान की कटाई की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जी हां, हम बात कर रहे हैं रुद्रप्रयाग की डीएम वंदना सिंह चौहान की जो रुद्रप्रयाग की जनता के साथ सदैव एक मित्र की भांति पेश आती हैं। एक सरकारी अफसर को तमाम सुख सुविधाएं दी जाती हैं और कई सरकारी अधिकारी उन सुख-सुविधाओं के बाहर की दुनिया से रूबरू नहीं होते हैं। मगर कुछ डीएम हैं जो ऐशो आराम भरी जिंदगी त्याग कर जनता के बीच जाते हैं, उनकी समस्याएं भी सुनते हैं, उनकी तकलीफों से रूबरू भी होते हैं और उनके साथ उन्हीं के जैसे पेश आते हैं। रुद्रप्रयाग की डीएम वंदना सिंह चौहान भी उन्हीं काबिल और नेकदिल जिलाधिकारियों की सूची में आती हैं जो आम जनता के बीच जाकर उनके साथ अपनत्व की भावना साझा करती हैं। जनसमस्याओं को सुनने वालीं और उनका समाधान करने वाली डीएम वंदना की सोशल मीडिया पर फसल काटती हुई तस्वीरें जमकर वायरल हो रही हैं। आगे पढ़िए..

दरअसल हुआ यूं कि हाल ही में 8 सितंबर को रुद्रप्रयाग की जिलाधिकारी वंदना सिंह चौहान अगस्त्यमुनि ब्लॉक के गडमिल गांव पहुंचीं। वे वहां खेतों की मानक पैदावार के आकलन के लिए गईं थीं। इस दौरान खेत में महिलाएं धान की कटाई कर रही थीं। इस दौरान डीएम वंदना ने सभी लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को जाना। डीएम वंदना जो हरियाणा से हैं और एक किसान की बेटी हैं, उन्होंने दरांती उठाई और जरा देर फसल की कटाई भी कर के देखी... ये वायरल फोटो उसी समय का है। विकासखंड अगस्त्यमुनि के अंतर्गत खेतों की पैदावार के आंकलन लेने के दौरान ग्राम गड़मिल में कलम सिंह के खेत में 30 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में 5 किलो से अधिक धान उत्पादित हुआ। जिलाधिकारी ने कहा कि फसल कटाई प्रयोग जिले में फसल कटाई से पूर्व फसल के औसत पैदावार के आंकलन के लिए किया जाता है। वर्ष में दो बार खरीफ व रबी की फसल में फसल कटाई का प्रयोग किया जाता है। किसी क्षेत्र में कितना उत्पादन होगा उसके लिए खेत का चयन किया जाता है।

डीएम वंदना ने कहा कि इस प्रयोग से जिले में हो रहे उत्पादन की जानकारी समय-समय पर मिलती है। साथ ही औसत पैदावार की गणना व नुकसान या फसल खराब होने के आकलन के लिए फसल कटाई की जाती है। गांव का जायजा लेने के दौरान उन्होंने किसानों से बात कर उनकी समस्याएं भी जानी। यह पहली बार नहीं है कि जिलाधिकारी वंदना सिंह चौहान का यह रूप देखने को मिला है। डीएम की इस प्रैक्टिकल अप्रोच से जिले में हो रहे उत्पादन की सटीक जानकारी हासिल करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही औसत पैदावार की गणना और नुकसान अथवा फसल खराब होने के आंकलन के लिए फसल कटाई का प्रयोग किया जाता हैं इसी के आधार पर फसल के नुकसान अथवा खराब होने पर बीमे के लाभ की गणना की जाती है। इस अवसर पर प्रधान गड़मिल यशवंत सिंह बुटोला, सांख्यिकीय अधिकारी रंजीत शाह, अपर सांख्यकीय अधिकारी कुसुम सहित अन्य लोग उपस्थित थे। डीएम वंदना इससे पहले भी जब पिथौरागढ़ में मुख्य विकास अधिकारी के तौर पर कार्यरत थीं तब भी वहां की आम जनता के साथ वे घुलमिल कर रहती थीं और उनकी समस्याएं भी सुनती थीं। डीएम वंदना सिंह के इस कार्य ने स्थानीय लोगों को पूरी तरह से चौंका दिया है और ग्रामीण उनके इस तरह के कार्य की बेहद सराहना कर रहे हैं। वाकई डीएम वंदना ने यह साबित कर दिया है कि आम जनता की समस्याओं को के लिए, उनकी तकलीफों को करीब से जानने के लिए उनके जैसा आम बनना बेहद जरूरी है।


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