उत्तराखंड: चीन सीमा पर बढ़ी चौकसी, भारतीय वायुसेना के विमान अलर्ट मोड पर
उत्तराखंड की चीन सीमा पर सुरक्षा को लेकर वायु सेना को भी अलर्ट किया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में वायुसेना के विमान नियमित रूप से उड़ान भर रहे हैं।
Sep 9 2020 7:01PM, Writer:Komal Negi
चीन संग जारी तनाव के बीच उत्तराखंड में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर चौकसी कड़ी कर दी गई है। उत्तरकाशी में भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी सीमा पर होने वाली हर गतिविधि की पल-पल की जानकारी ले रहे हैं। यहां सेना और आईटीबीपी अलर्ट पर है। सोमवार सुबह इंडियन एयरफोर्स के फाइटर जेट ने उत्तरकाशी के सीमावर्ती क्षेत्रों में उड़ान भरकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। गलवान घाटी में चीन के धोखे से सबक लेते हुए भारत ने बॉर्डर पर चौकसी और सुरक्षा के मजबूत इंतजाम किए हैं। सीमांत जिले उत्तरकाशी के नेलांग बॉर्डर की आखिरी चौकियों पर सेना और आईटीबीपी के जवान मुस्तैदी के साथ तैनात हैं। उत्तराखंड में चीन सीमा पर सुरक्षा को लेकर वायु सेना को भी अलर्ट किया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में वायुसेना के विमान नियमित रूप से उड़ान भर रहे हैं। सोमवार सुबह उत्तरकाशी के सीमांत क्षेत्रों में वायु सेना के विमानों ने हवाई दौरा किया। सीमावर्ती इलाकों में जवानों के काफिले भेजे जा रहे हैं। चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर सेना की गतिविधियां बढ़ गई हैं। जिन जवानों को बॉर्डर पर भेजा जा रहा है, उन्हें पहले चिन्यालीसौड़ में ठहराया जा रहा है। आगे पढ़िए
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उत्तरकाशी में पिछले दो दिन से सेना के जवानों की आवाजाही बनी हुई है। आपको बता दें कि उत्तराखंड में भारत-चीन की 345 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। जिसमें से उत्तरकाशी में करीब 122 किलोमीटर लंबी सीमा है। लद्दाख में चीन ने एलएसी पर जो सैन्य आक्रामकता दिखाई, उसके बाद से चीन से सटे इलाकों में लगातार तनाव बना हुआ है। बात करें उत्तराखंड की तो यहां चमोली, उत्तरकाशी और पिथौरागढ़ के सीमावर्ती क्षेत्र चीन से सटे हैं। चीन की हरकतों को देखते हुए बॉर्डर पर सेना को अलर्ट मोड पर रखा गया है। उत्तरकाशी के बॉर्डर पर भारतीय सेना की नौ बिहार रेजीमेंट के सैनिक तैनात हैं। सीमा पर चौकसी की जिम्मेदारी आईटीबीपी के पास है। आपको बता दें कि चीन ने लद्दाख के बाद उत्तराखंड से सटे लिपुपास में भी माहौल खराब करने की कोशिशें की थीं। यहां चीनी सैनिक विवादित बैनर और झंडे लहराकर भारतीय सैनिकों को सीमा पर बने भारत के टिन शेडों को हटाने की चेतावनी दे रहे थे। जिसके बाद पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और चमोली के सीमावर्ती इलाकों में चौकसी बढ़ा दी गई है।