देहरादून में 10 दिन के लॉकडाउन की अपील, त्योहारों के सीजन में विकराल न हो जाए कोरोना
व्यापारियों ने कहा कि त्योहारों के सीजन में महामारी विकराल रूप ना ले सके, इसके लिए कम से कम 10 दिन का लॉकडाउन होना चाहिए। आगे पढ़िए पूरी खबर
Sep 13 2020 7:11PM, Writer:Komal Negi
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी। इस वक्त प्रदेश में कोरोना संक्रमण से जो जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। उनमें देहरादून भी एक है। प्रदेश में कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें भी देहरादून में दर्ज की गईं। यहां कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 7 हजार के करीब पहुंच गया है। दून में अब तक कोरोना संक्रमण के 6962 केस रिपोर्ट हुए। जिले में अब तक 195 मरीज कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवा चुके हैं। जिस तरह के हालात बने हुए हैं, उसे देखते हुए दून व्यापार मंडल राज्य सरकार से राजधानी में लॉकडाउन लगाने की मांग कर रहा है। व्यापारियों ने कहा कि कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए देहरादून में 10 दिन का लॉकडाउन होना चाहिए। राजधानी में कोरोना संक्रमण के बढ़ते ग्राफ ने राज्य सरकार के साथ-साथ व्यापारियों की चिंता भी बढ़ा दी है।
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शनिवार को दून में सभी व्यापारिक संगठनों की बैठक हुई। जिसमें व्यापारियों ने कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए शासन-प्रशासन से अगले दस दिन के लिए लॉकडाउन लगाने की अपील की। इसे लेकर दून उद्योग व्यापार मंडल के पदाधिकारी सोमवार को डीएम, एसएसपी और मेयर से मुलाकात करेंगे। व्यापारियों ने कहा कि देहरादून में कोरोना संक्रमण बेकाबू होता जा रहा है। जिस तरह के हालात बने हुए हैं, उसे देखते हुए कम से कम दस दिन का लॉकडाउन होना जरूरी है। ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। व्यापारियों ने दून में कोरोना के बढ़ते केसेज पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि जिस रफ्तार से संक्रमण के मामले बढ़े हैं, उसे देखते हुए आने वाले दिनों में प्रदेश के लिए खतरा बढ़ सकता है। इसे यहीं पर रोकना होगा। आगे भी पढ़िए
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व्यापारियों का कहना है कि शासन-प्रशासन को बाजार और सार्वजनिक स्थानों को सैनेटाइज करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान चलाना होगा। इसके अलावा बाजारों को पहले की तरह कुछ दिन के लिए एक निर्धारित समय पर खोलने और बंद करने का नियम फिर से लागू होना चाहिए। दून में कोरोना महामारी आतंक का रूप ले चुकी है, जिसके चलते बाजारों में कारोबार भी फीका पड़ा हुआ है। त्योहारों के सीजन में महामारी विकराल रूप ना ले सके, इसके लिए शासन-प्रशासन को अभी से गंभीर कदम उठाने होंगे। ऑफ सीजन में बंदी से कारोबार को ज्यादा नुकसान भी नहीं होगा। इससे कोरोना रोकथाम में मदद मिलेगी। इसलिए सरकार और प्रशासन को 10 दिन की बंदी के फैसले पर विचार करना चाहिए।