ऋषिकेश की वर्णिका भट्ट को बधाई..जेईई मेंस में पाई कामयाबी, छात्रा वर्ग में बनी टॉपर
होनहार बेटी वर्णिका भट्ट ने हाल ही में हुई जेईई मेंस में छात्रा वर्ग में 99.78 परसेंटाइल अंक प्राप्त कर टॉप किया है और राज्य का नाम ऊंचा किया है-
Sep 13 2020 7:14PM, Writer:Komal Negi
अगर मन में कुछ ठान लो तो कुछ भी पाना नामुमकिन नहीं है। सपने देखने चाहिए और सपनों को पूरा करने के लिए उतनी ही जी जान से मेहनत भी करनी चाहिए। यह कथन सच कर दिखाया है राज्य की होनहार बेटी वर्णिका भट्ट ने जिन्होंने जेईई मेंस में छात्रा वर्ग में राज्य के अंदर टॉप किया है। जेईई मेंस का वह एग्जाम जिसके लिए काफी बखेड़ा खड़ा हुआ था। उसके बावजूद भी कई बच्चों की मांग के चलते एग्जाम करवाया गया और उसके लिए परिणाम बीते शनिवार को घोषित किए गए जिसमें योगनगरी ऋषिकेश की होनहार बेटी ने छात्रा वर्ग में राज्य में टॉप कर बाजी मार ली है। डीएसपी इंटरनेशनल स्कूल गुमानीवाला ऋषिकेश की विद्यार्थी एवं छात्रा वर्ग में जेईई परीक्षा टॉप करने वाली करने वाली वर्णिका भट्ट यह दूसरी बार जेईई मेंस की परीक्षा पास की है।
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इस बार उनको 99.78 परसेंटाइल अंक मिले हैं। बता दें कि यह दूसरी बार है कि उन्होंने जेईई की परीक्षा दी है। इससे पहले भी वे परीक्षा में उत्तीर्ण हुई थीं। ऋषिकेश के प्रगति विहार में रहने वाली वर्णिका भट्ट के पिता राजेंद्र प्रसाद पेशे से कांट्रेक्टर हैं। उनके घर में उनकी मां संतोषी हैं जो कि होममेकर हैं और उन का छोटा भाई वेदांश कक्षा 7वीं का छात्र है। वर्णिका ने बताया कि बीते वर्ष भी उन्होंने जेईई मेंस की परीक्षा उत्तीर्ण नकी थी जिसमें उन्होंने 99.47 परसेंटाइल अंक हासिल किए थे। मगर उस समय उनकी मां की तबीयत बहुत ज्यादा खराब थी जिस कारण वे एडवांस की तैयारी अच्छे से नहीं कर पाई। उनकी मां का अभी भी पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार चल रहा है। मगर वर्णिका ने हिम्मत नहीं हारी और इस साल फिर से मेहनत की और पूरे राज्य में छात्रा वर्ग में सर्वोच्च स्थान हासिल किया।
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वर्णिका भट्ट आईआईटी मुंबई से कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई करना चाहती हैं। जेईई मेंस में छात्राओं में टॉप करने वाली वर्णिका अब एडवांस की तैयारियों में जुट गई हैं। उनके पिता आर्यभट्ट बताते हैं कि उन्होंने बेटी को पढ़ाई के लिए 11वीं कक्षा से ही कोटा क्लासेस में भेजना शुरू कर दिया था। वहां से वे स्कॉलर स्टूडेंट भी रही है। वर्णिका बताती हैं कि जेईई मेंस की तैयारी के लिए वे रोज तकरीबन 14 से 16 घंटे की पढ़ाई करती थी। मां की तबीयत खराब होने के कारण वे घर में भी कामकाज में हाथ बंटाती थी। इस उपलब्धि पर महापौर अनीता ममगाईं, एकेडमिक निदेशक कोटा क्लासेज राजीव रंजन वर्मा, डीएसबी इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन और प्रधानाचार्य ने वर्णिका भट्ट को सफलता पर शुभकामनाएं दी हैं।