उत्तराखंड में देश का नंबर-1 सैनिक स्कूल, यहां अब बेटियां भी पढ़ेंगी..नए सेशन से एडमिशन
उत्तराखंड की बेटियां जिस मौके का सालों से इंतजार कर रहीं थीं, वो मौका आ गया है। अब बेटियां भी सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में पढ़कर सेना में अफसर बन सकेंगी।
Sep 24 2020 7:00PM, Writer:Komal Negi
देश का प्रतिष्ठित सैनिक स्कूल घोड़ाखाल जल्द ही नई शुरुआत का गवाह बनने जा रहा है। अब बेटियां भी सैनिक स्कूलों में पढ़ने का अपना ख्वाब पूरा कर सकेंगी। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के नए सेशन में बेटियों को भी एडमिशन मिलेगा। सैनिक स्कूल में बेटियों के दाखिले का रास्ता साफ हो गया है। सैनिक स्कूल सोसायटी ने अपर मुख्य सचिव को इस संबंध में लेटर भेजा है। अगले एकेडमिक सेशन से यहां बेटियों के दाखिले की मंजूरी मिल गई है। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल की गिनती देश के नंबर वन आर्मी स्कूलों में होती है। देश को सैकड़ों सैन्य अफसर देने वाले इस स्कूल से निकले कई छात्र वैज्ञानिक और आईएएस-पीसीएस अफसर बन कर देश की सेवा कर रहे हैं। सैनिक स्कूलों में आमतौर पर सिर्फ लड़कों को दाखिला मिलता है, लेकिन नए सत्र से यहां लड़कियां भी एडमिशन ले सकेंगी। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल के द्वार अब लड़कियों के लिए भी खुल गए हैं। इस सत्र से यहां छात्राओं के एडमिशन के लिए मंजूरी मिल गई है। इस संबंध में रक्षा मंत्रालय की सैनिक स्कूल सोसायटी ने अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को पत्र लिखकर इस सत्र से एडमिशन की कार्रवाई शुरू करने के लिए कहा है। सैनिक स्कूल में दाखिला पाना लड़कियों के लिए कोई जंग जीतने से कम बड़ी उपलब्धि नहीं है। आगे पढ़िए
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देश में अभी तक सैनिक स्कूलों में केवल लड़कों को ही एडमिशन दिया जाता था। दो साल पहले साल वर्ष 2018-19 में रक्षा मंत्रालय ने एक पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया। जिसके तहत मिजोरम के सैनिक स्कूल चिंगचिंप में पहली बार लड़कियों को दाखिला दिया गया। अब शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए रक्षा मंत्रालय की सैनिक स्कूल सोसायटी ने लड़कियों के एडमिशन के लिए पांच सैनिक स्कूलों का चुनाव किया है। जिनमें उत्तराखंड का सैनिक स्कूल घोड़ाखाल भी शामिल है। सैनिक स्कूल घोड़ाखाल समेत देश के अन्य सैनिक स्कूलों में अगले शैक्षिक सत्र 2021-22 में लड़कियों के एडमिशन की प्रक्रिया शुरू होगी। सैनिक स्कूल सोसायटी के अंडर सेक्रेटरी प्रवीन ने इस संबंध में अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी को पत्र लिखा है। जिसमें जरूरी कार्रवाई करने की बात लिखी है। इस तरह सैनिक स्कूल घोड़ाखाल में बेटियों के दाखिले का रास्ता साफ हो गया है। जो बेटियां सैनिक स्कूल में पढ़कर देश की सेवा में अपना योगदान देना चाहती हैं, अब उन्हें भी यहां एडमिशन मिलेगा।