गढ़वाल में बनेगी उत्तराखंड की पहली हाइटेक मिल्क डेयरी..पशुपालकों को सीधा फायदा
प्रदेश की पहली सहकारी दुग्ध डेयरी श्रीनगर गढ़वाल में बनने जा रही है। हाइटेक डेयरी के निर्माण से क्षेत्र के पशुपालकों को लाभ होगा। आजीविका और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
Nov 8 2020 8:24PM, Writer:Komal Negi
राज्य स्थापना दिवस के मौके पर श्रीनगर गढ़वाल को हाइटेक मिल्क डेयरी की सौगात से नवाजा गया। श्रीनगर में प्रदेश की पहली हाइटेक मिल्क डेयरी बनेगी। डेयरी निर्माण के लिए भूमि का चुनाव हो चुका है। दुग्ध एवं सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने आंचल डेयरी के समीप डेयरी का भूमि पूजन किया। इस तरह प्रदेश की पहली सहकारी दुग्ध डेयरी श्रीनगर गढ़वाल में बनने जा रही है। हाइटेक डेयरी के निर्माण से क्षेत्र के पशुपालकों को लाभ होगा। आजीविका और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। श्रीनगर में बनने वाली हाइटेक मिल्क डेयरी के निर्माण पर 92 लाख रुपये का खर्चा आएगा। इसके लिए 37 लाख रुपये शासन द्वारा अवमुक्त कर दिए गए हैं। श्रीनगर में हुए भूमि पूजन कार्यक्रम में दुग्ध एवं सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि श्रीनगर को नगर निगम बनाये जाने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल चुकी है। सरकार के इस फैसले से स्थानीय लोगों में खुशी की लहर है। लोगों ने श्रीनगर को नगर निगम का दर्जा दिए जाने के फैसले का स्वागत किया। चलिए अब आपको हाइटेक मिल्क डेयरी प्रोजेक्ट की खास बातें बताते हैं। हाईटेक डेयरी में अलग-अलग राज्यों से लाई गईं 50 उन्नत किस्म की गायों को रखा जाएगा। आगे पढ़िए
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गायों के पालन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों के किसानों को प्रशिक्षित किया जाएगा। उन्हें गाय के रख-रखाव के बारे में जानकारी दी जाएगी। डेयरी में पलने वाली गाय से मिलने वाले दूध और अन्य खाद्य पदार्थों की बाजार में बिक्री की जाएगी। श्रीनगर में हुए कार्यक्रम के दौरान राज्य मंत्री धन सिंह रावत ने सहकारी समिति से जुड़े हुए लोगों को दुग्ध किट और सहायता राशि के चेक भी बांटे। इसके अलावा श्रीनगर को नगर निगम बनाए जाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल गई है। मंत्री धन सिंह रावत ने कहा कि नगर निगम बनने के बाद श्रीनगर का चौतरफा विकास हो सकेगा। साथ मे बजट की सीमा भी 100 करोड़ रुपये होगी। जिससे श्रीनगर में पार्क से लेकर अच्छी सड़कों का निर्माण हो सकेगा। यहां हाइटेक डेयरी का निर्माण किया जाएगा। इससे जुड़ने के बाद कृषक दुग्ध उद्योग में अच्छा मुनाफा कमा सकेंगे। सरकार दुग्ध व्यवसाय से कृषकों को जोड़ने के लिए अनुदान के जरिए गायें भी दे रही है। ताकि वो दुग्ध व्यापार को बढ़ा सकें। इससे पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा। क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।