देहरादून: रात में भेष बदलकर चेकिंग पर निकले DIG..ड्यूटी पर तैनात सिपाही बोले- कागज दिखाओ
रात्रि गश्त के दौरान डीआईजी ने सरकारी वाहन की बजाय हिमाचल प्रदेश के नंबर की कार का इस्तेमाल किया। चेहरे पर मास्क भी लगा रखा था, ताकि पुलिसकर्मी उन्हें पहचान ना सकें। आगे पढ़िए पूरी खबर
Nov 10 2020 4:40PM, Writer:Komal Negi
त्योहारी सीजन को देखते हुए दून पुलिस हाई अलर्ट पर है। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने सुरक्षा की खुद कमान संभाली हुई है। रविवार रात ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी परखने के लिए डीआईजी अरुण मोहन जोशी आधी रात के बाद शहर के भ्रमण पर निकले। इस दौरान उन्होंने सरकारी वाहन की बजाय हिमाचल प्रदेश के नंबर की कार का इस्तेमाल किया। चेहरे पर मास्क भी लगा रखा था, ताकि पुलिसकर्मी उन्हें पहचान ना सकें। जांच के दौरान डीआईजी जिन दो पिकेट से गुजरे, वहां पुलिसकर्मी मुस्तैद नजर आए। पुलिसकर्मियों ने कार की अच्छी तरह जांच-पड़ताल की। उसके बाद ही डीआईजी की कार को आगे जाने दिया गया। पुलिसकर्मियों की सतर्कता ने डीआईजी का दिल जीत लिया। उन्होंने पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने की बात भी कही है। डीआईजी अरुण मोहन जोशी की गिनती प्रदेश के तेज तर्रार पुलिस अफसरों में होती है। उनकी छवि ईमानदार पुलिस अफसर की है। रविवार को डीआईजी देर रात शहर के भ्रमण पर निकले। सबसे पहले वो राजपुर रोड स्थित डायवर्जन पर पहुंचे। उस वक्त रात के करीब डेढ़ बजे थे। मौके पर तैनात पुलिसकर्मियों ने उनके वाहन को रोका और वाहन के दस्तावेज चेक किए। मोबाइल नंबर, नाम, पता और रात में घूमने की वजह पूछी। चालक ने जो जानकारी दी, उसे पुलिसकर्मियों ने रजिस्टर में दर्ज किया। इसके बाद ही वाहन को आगे जाने दिया गया।
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बाद में डीआईजी की कार प्रिंस चौक पहुंची। यहां पर भी पुलिसकर्मी मुस्तैद नजर आए। पुलिसकर्मियों ने चालक से 15 मिनट तक पूछताछ की। पुलिसकर्मियों की सतर्कता से खुश होकर डीआईजी ने उन्हें पुरस्कृत करने का ऐलान किया है। जिन पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया जाएगा उनमें हेड कांस्टेबल जयभगवान गिरी, कांस्टेबल हिमांशु, कांस्टेबल विजय भास्कर, कांस्टेबल नवीन कुमार, कांस्टेबल आशीष नैनवाल, कांस्टेबल प्रदीप सिंह, कांस्टेबल संदीप राठी और कांस्टेबल अनूप कुमार शामिल हैं। डीआईजी अरुण मोहन जोशी ने कहा कि त्योहार और ठंड के मौसम में चोरी जैसे अपराध बढ़ जाते हैं। ऐसे में पुलिसकर्मियों का सतर्क रहना जरूरी है। शहर भ्रमण के दौरान पिकेट पर तैनात पुलिसकर्मी अपनी ड्यूटी के प्रति मुस्तैद दिखे। इसलिए उन्हें नकद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।