उत्तराखंड: 3 महीने में ही धंसने लगी 3 करोड़ की सड़क..फिर खबरों में आया डोबरा चांठी पुल
हिल व्यू कंपनी ने सड़क बनाने के लिए 3 करोड़ रुपये लिए, लेकिन करोड़ों खर्च होने के बाद जो सड़क बनकर तैयार हुई, उसकी तस्वीर आप खुद ही देख लें।
Jan 8 2021 8:29PM, Writer:Komal Negi
टिहरी के डोबरा-चांठी पुल के निर्माण में अनियमितता के आरोप लग रहे हैं। पुल को जनता के लिए खुले अभी दो महीने ही हुए हैं, लेकिन महज कुछ ही दिन में पुल की साइट से लगी सड़क में दरार पड़ गई है। सड़क का ये हाल देख लोग खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। डोबरा-चांठी पुल को टिहरीवासियों की उम्मीदों का पुल कहा जाए तो गलत नहीं होगा। इस पुल को आकार लेने में पूरे 15 साल लगे। बीते नवंबर में राज्य स्थापना दिवस के मौके पर पुल को जनता को समर्पित कर दिया गया, लेकिन उद्घाटन के कुछ ही दिन बाद डोबरा-चांठी पुल की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिसे देख टिहरी की जनता खुद को ठगा हुआ महसूस कर रही है। यहां चांठी साइट से लगी सड़क में दरार पड़ गई है।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड में 5 जिलों के लिए खतरनाक हो सकता है भूकंप..बाकी 8 जिले जोन नंबर 4 में
सड़क का निर्माण कराने वाली हिल व्यू कंपनी पर अनियमितता के आरोप लग रहे हैं। पुल के निर्माण में सालों का वक्त और करोड़ों रुपये खर्च हो चुके हैं। लोगों को लगा था कि पुल बनने के बाद सफर आसान होगा, लेकिन दो महीने बाद ही सड़क उखड़ने लगी है। डोबरा चांठी पुल एशिया का सबसे ऊंचा सस्पेंशन झूला पुल है, जिसे प्रतापनगर वासियों की सुविधा के लिए बनाया गया है। यहां पुल से चांठी गांव तक सड़क बनाई गई है। हिल व्यू कंपनी ने सड़क बनाने के लिए 3 करोड़ रुपये लिए, लेकिन करोड़ों खर्च होने के बाद जो सड़क बनकर तैयार हुई, उसकी तस्वीर आप खुद ही देख लें। घटिया गुणवत्ता के कारण आज सड़क पर दरार पड़ गई है। सड़क का डामर भी जगह-जगह से उखड़ गया है।
यह भी पढ़ें - गौरवशाली पल: उत्तराखंड पुलिस के कोरोना वॉरियर मनीष को मिला अंतर्राष्ट्रीय सम्मान
वहीं इस बारे में लोनिवि अधिकारियों का कहना है कि सड़क के निर्माण के साथ इसकी देखरेख का जिम्मा भी हिल व्यू कंपनी को दिया गया है। हिल व्यू कंपनी को सड़क को ठीक करने के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दें कि इससे पहले डोबरा-चांठी पुल पर बिछे मास्टिक के जोड़ों में दरार पड़ने की खबरें भी सामने आ चुकी हैं। पहले मास्टिक में दरार और अब पुल किनारे बनी सड़क के उखड़ने से लोग चिंतित हैं। बीते 8 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस से एक दिन पहले सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पुल का उद्घाटन किया था। इसी के साथ पुल लोगों की आवाजाही के लिए खुल गया, लेकिन अब देश के सबसे लंबे सिंगल लेन सस्पेंशन ब्रिज और इससे लगी सड़क के निर्माण में गुणवत्ता की अनदेखी का मामला सामने आया है, जिससे जनता में आक्रोश है।