पहाड़ में सरकारी स्कूल के मास्टरमाइंड गुरुजी..बिल गेट्स को भी कर चुके हैं हैरान
गणित पर कई किताबें लिख चुके प्रवक्ता उमेश चंद्र पांडे को साल 2010 में राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया। उनकी लिखी किताबें शिक्षकों और छात्रों का गणित ज्ञान बढ़ा रही हैं।
Jan 11 2021 8:08PM, Writer:Komal Negi
‘गणित’ सुनते ही हम में से कई लोगों की बचपन की अच्छी यादें ताजा हो जाती हैं और कई लोगों की बुरी यादें। हम में से कई ऐसे लोग हैं जो बचपन में मैथ्स से सबसे ज्यादा डरते थे, लेकिन उत्तराखंड के एक गुरुजी हैं, जिन्होंने गणित के क्षेत्र में अपनी अद्वितीय प्रतिभा से बिल गेट्स तक को प्रभावित कर दिया। इनका नाम है उमेश चंद्र पांडे। अल्मोड़ा के रहने वाले उमेश चंद्र पांडे गणित के प्रवक्ता हैं, और इन दिनों जिले के राजकीय हाईस्कूल पौधार में पोस्टेड हैं, जो कि लमगड़ा ब्लॉक में है। वो पिछले 23 साल से छात्रों को गणित पढ़ा रहे हैं, साथ ही खुद भी गहन अध्ययन करते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई उपलब्धियां हासिल करने वाले गणितज्ञ उमेश चंद्र पांडे ने ‘शून्य’ और ‘अनंत’ पर नया शोध किया है। वो इन पर किताबें भी लिख चुके हैं, ताकि छात्रों का भ्रम दूर कर सकें। गणित के मर्मज्ञ यह गुरुजी खेल-खेल में रोचक अंदाज से गणित पढ़ाते हैं। ‘शून्य’ और ‘अनंत’ को लेकर उनकी अपनी अलग थ्योरी है। साल 2002 में उन्होंने रसायन विज्ञान की आवर्त सारिणी पर ‘हाऊ मैजिकल इज पिरियोडिक टेबल’ नाम से किताब लिखी थी। साल 2005 में उन्होंने कंप्यूटर की मदद से इसे डिजाइन कर सीडी की शक्ल दी। पूरे प्रोजेक्ट को नाम दिया ‘केमेस्ट्री मेड सिंपलर’। भारत सरकार ने भी उनकी मेहनत को सराहा। साल 2007 में उन्हें कंबोडिया और फिर फिनलैंड में होने वाले अंतरराष्ट्रीय सेमिनार में जाने का मौका मिला।
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जहां पूरी दुनिया के गणितज्ञ और रसायन शास्त्री उनकी प्रतिभा के कायल हो गए। उन्हें ‘वन ऑफ द मोस्ट इनोवेटिव एजुकेटर्स इन द वर्ल्ड’ के अवॉर्ड से नवाजा गया। वो भारत के इकलौते गणितज्ञ हैं, जिन्हें ये सम्मान मिला है। यही नहीं बिल गेट्स ने अमेरिका में ‘एजुकेशन फॉर फ्यूचर’ विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की थी। जिसमें दुनियाभर के 21 गणितज्ञों को न्यौता दिया गया था। इनमें एशिया से एकमात्र भारतीय उमेश चंद्र पांडे भी रहे। गणित पर कई किताबें लिख चुके प्रवक्ता उमेश चंद्र पांडे को साल 2010 में राष्ट्रपति पुरस्कार से नवाजा गया। यही नहीं वो राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और बेस्ट साइंस टीचर ऑफ स्टेट के खिताब से भी सम्मानित हो चुके हैं। उनकी लिखी किताबों की मदद से छठी से लेकर स्नातकोत्तर तक के विद्यार्थी गणित की पहेलियां सुलझा रहे हैं।