देहरादून दिल्ली के बीच बनेगा देश का सबसे लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर..2 घंटे रह जाएगी दूरी
दिल्ली से देहरादून की दूरी जल्द ही 2 घंटे की होने वाली है। देश के सबसे लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर के बनने के बाद 6 घंटे की दूरी महज 2 घंटे की रह जाएगी। पढ़िए इससे जुड़ी अहम जानकारी-
Feb 13 2021 9:36PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड से एक बेहद सुखद खबर सामने आ रही है। अब दिल्ली और देहरादून के निवासियों के हिस्से जल्द ही एक अनोखी सौगात आने वाली है। दिल्ली से देहरादून की दूरी जो कि अभी तकरीबन 6 घंटे की है वह जल्द ही 2 घंटे की होने वाली है। जी हां, यह मुमकिन हो पाया है दिल्ली से देहरादून तक बनाए जाने वाला देश के सबसे लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर की वजह से। यह कॉरिडोर उत्तराखंड और दिल्ली के निवासियों के लिए एक वरदान साबित होगा और इससे दून से दिल्ली महज 2 घंटों में पहुंचा जा सकेगा। इस कॉरिडोर के निर्माण से राजमार्ग द्वारा विशेष रूप से उत्तराखंड की पर्यटक क्षमता को बढ़ावा मिलेगा और इससे अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। बता दें कि देश के सबसे बड़े एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के बाद दिल्ली से देहरादून की दूरी महज 2 घंटे की रह जाएगी।
यह भी पढ़ें - चमोली आपदा: अप्रैल में थी अभिषेक की सगाई, सैलाब में खत्म हुई जिंदगी..परिवार में कोहराम
यह हाईवे 210 किलोमीटर का तैयार किया जा रहा है। यह देश का पहला हाईवे होगा जहां पर वन्यजीवों को रास्ता देने के लिए भी अलग से 12 किलोमीटर का एक लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह कॉरिडोर वन्यजीवों को सुरक्षित रास्ता देगा और इससे आम आवाजाही भी सुगम बनी रहेगी। यह योजना 4 फेज में तैयार की जाएगी और इन 4 फेजों में दिल्ली से देहरादून की दूरी को कवर किया जाएगा। बता दें कि इस योजना के लिए जरूरी फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ क्लीयरेंस भी मिल चुका है और इस प्रोजेक्ट की कुल पूंजी लागत 12300 करोड़ रुपए बताई जा रही है। इस हाइवे के बनने के बाद देहरादून से दिल्ली यात्रा का समय मात्र 2 घंटा रह जाएगा। वर्तमान में दिल्ली से देहरादून तक की यात्रा करने में 6 घंटे का समय लगता है। यह दूरी वर्तमान में 235 किलोमीटर है जो कि इस लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर के बनने के बाद महज 210 किलोमीटर की रह जाएगी।
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड: 4 मसाज पार्लरों में पुलिस ने मारी रेड..मौके पर मचा हड़कंप
अक्षरधाम से देहरादून की लंबाई 210 किमी की दूरी को 4 खंडों में विभाजित किया गया है।
पहला फेज- अक्षरधाम से EPE जंक्शन तक का होगा। यह 31 किमी लंबा होगा। इसे 6 लेन में विकसित किया जा रहा। ये हिस्सा अक्षरधाम मंदिर से शुरू होगा और गीता कॉलोनी, खजूरी खास, मंडोला, आदि से होकर गुजरेगा
दूसरा फेज- यह फेज ईपीई जंक्शन से सहारनपुर बाईपास तक बनाया जाएगा और यह 118 किमी लंबा होगा। ये हिस्सा भी 6 लेन का बनाया जा रहा है और यह फेज बागपत, शामली, मुजफ्फरनगर और सहारनपुर जिलों को कवर करेगा।
तीसरा फेज- यह फेज सहारनपुर बाईपास से गणेशपुर तक का होगा। इसकी लंबाई 41 किलोमीटर होगी। इसका एक हिस्सा सहारनपुर बाईपास से शुरू होगा और गणेशपुर पर समाप्त होगा। यहां न्यूनतम 100 किमी प्रति घंटे की गति को प्राप्त करने के लिए आवश्यक अंडरपास और सर्विस रोड की योजना भी बनाई जा रही है।
चौथा फेज - यह चौथा और आखिरी फेज गणेशपुर से देहरादून तक का होगा जिसकी लंबाई 20 किमी लंबी होगी। ये हिस्सा 6 लेन का होगा। यह खंड मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड राज्य में आरक्षित वन से होकर गुजरेगा। इसमें वन्य जीवों के लिए सुगम मार्ग उपलब्ध कराने के लिए एक सुरंग भी आरक्षित है जो कि 340 मीटर लम्बी होगी।