उत्तराखंड के CM की जुबान फिर से फिसली..फटी जींस और अमेरिका के बाद अब बच्चों पर पहुंचे
रामनगर में एक कार्यक्रम के दौरान सीएम तीरथ की जुबान एक बार फिर फिसल गई। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान ज्यादा राशन पाने के लिए लोगों को दो बच्चों की जगह ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए थे।
Mar 22 2021 2:44PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत इन दिनों चर्चा में हैं। उन्हें कार्यभार संभाले अभी कुछ ही दिन हुए हैं, लेकिन एक के बाद विवादित बयानों को लेकर वो आलोचना से घिरे हुए हैं। पिछले दिनों उन्होंने फटी जींस संबंधी बयान देकर अपने लिए आफत मोल ले ली थी। सोशल मीडिया पर उनकी जमकर छिछालेदार हुई। ये बवाल अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि सीएम तीरथ सिंह रावत की जुबान एक बार फिर फिसल गई। अब उन्होंने लॉकडाउन के दौरान सरकार द्वारा बांटे गए अनाज को लेकर बयान दिया है। विवादित बयान देते हुए उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौरान ज्यादा राशन पाने के लिए लोगों को दो बच्चों की जगह ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए थे। मामला नैनीताल के रामनगर का है। रविवार को यहां अंतरराष्ट्रीय वानिकी दिवस पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान केंद्र सरकार की तरफ से कोविड-19 प्रभावितों को प्रति यूनिट पांच किलो राशन दिया गया। जिसके परिवार में 20 सदस्य थे उसके पास एक क्विंटल राशन आया, जबकि जिसके दो थे उसके पास सिर्फ 10 किलोग्राम ही आया। लोगों ने स्टोर बना लिए, खरीददार ढूंढ लिए। लोगों ने इतना बढ़िया चावल पहले कभी नहीं खाया था। ये देखकर दूसरों को जलन होने लगी कि हमारे दो हैं तो 10 किलोग्राम मिला और 20 वाले को एक क्विंटल मिला। आगे भी पढ़िए
यह भी पढ़ें - उत्तराखंड चुनाव 2022: लेटेस्ट सर्वे के रिजल्ट ने चौंकाया..जानिए किसका है पल़ड़ा भारी
तीरथ सिंह रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि भैया इसमें दोष किसका है? उसने 20 पैदा किए तो उसे एक क्विंटल मिला, अब इसमें जलन काहे की। जब समय था तो आपने दो ही क्यों पैदा किए, बीस क्यों नहीं किए। हालांकि सीएम ने किसी जाति-धर्म का जिक्र नहीं किया। इसी कार्यक्रम में सीएम तीरथ एक और गलती कर बैठे। उन्होंने भारत को ब्रिटेन की जगह अमेरिका का गुलाम बता दिया। कहा कि भारत अमेरिका का 200 साल तक गुलाम रहा। सीएम तीरथ सिंह रावत के बयानों को लेकर सड़क से लेकर संसद तक उबाल है। हरिद्वार में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी की तुलना भगवान राम और कृष्ण से कर दी थी। उनके इस बयान की भी काफी आलोचना हुई थी।