image: Sonia Rana of Chamoli district became lieutenant in the Indian Army

गढ़वाल से गौरवशाली खबर..पोखरी ब्लॉक की बेटी बनी भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट..बधाई दें

चमोली जिले की होनहार बेटी सोनिया राणा ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात हो कर उत्तराखंड का नाम रोशन कर दिया है।
Mar 22 2021 4:47PM, Writer:Komal Negi

उत्तराखंड की बेटियां लगातार राज्य का नाम ऊंचा कर रही हैं। अपनी काबिलियत का प्रदर्शन कर देवभूमि की होनहार बेटियां यह साबित कर रही हैं कि वे किसी से कम नहीं हैं। भारतीय सेना में भी उत्तराखंड की होनहार बेटियां भर्ती होकर राज्य का नाम रोशन कर रही हैं। आज हम आपका परिचय एक ऐसी ही होनहार बेटी से करवाने जा रहे हैं जिन्होंने भारतीय सेना में भर्ती होकर प्रदेश का मान बढ़ाया है। हम बात कर रहे हैं चमोली की सोनिया राणा की। चमोली जिले की होनहार बेटी सोनिया राणा ने उत्तराखंड का नाम रोशन कर दिया है और वे भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनात हो गई हैं। उनके लेफ्टिनेंट बनने के बाद से ही उनके परिवार में खुशी का माहौल साफ देखने को मिल रहा है। सोनिया की इस कामयाबी से पोखरी और चमोली के रहने वाले लोगों में खुशी का माहौल है। सोनिया ने दिल्ली के आरआर अस्पताल में लेफ्टिनेंट के रूप में कार्यभार ग्रहण कर लिया है और अब वे दिल्ली में अपनी सेवाएं देंगी। आगे पढ़िए

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आपको बता दें कि सोनिया राणा पिछले 4 सालों से भारतीय सेना के मुंबई स्थित अश्वनी अस्पताल में प्रशिक्षण ले रही थीं और प्रशिक्षण लेने के बाद उनको लेफ्टिनेंट के पद पर भारतीय सेना के दिल्ली स्थित आरआर अस्पताल में 3 सालों के लिए तैनात किया गया है। अब वे आने वाले 3 सालों तक दिल्ली में लेफ्टिनेंट के पद पर सेवाएं देंगी। सोनिया राणा पोखरी ब्लॉक के निवासी सेवानिवृत्त सूबेदार शिशुपाल सिंह राणा की बेटी हैं और उनका परिवार देहरादून में रहता है। उनकी मां गृहणी हैं और उनकी बहन मोनिका राणा भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र में वैज्ञानिक के तौर पर कार्य कर रही हैं।सोनिया राणा ने 2015 में केन्द्रीय विद्यालय रायपुर देहरादून से इन्टरमीडिएट की परीक्षा पास की थी। उन्होने 2016 में सेना के दिल्ली स्थित आरआर हॉस्पीटल में नर्सिंग ऑफिसर का टेस्ट पास किया। इसके बाद वो मुंबई के नेवी अश्विनी हॉस्पीटल में चार सालों के लिए प्रशिक्षण लेने चली गईं। वहां उन्होंने 4 साल तक प्रशिक्षण लिया और आखिरकार उनको उनकी मेहनत का परिणाम मिला है और उन्होंने भारतीय नौसेना में लेफ्टिनेंट के पद पर तैनाती मिली है।


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