उत्तराखंड: जंगल में घास लेने गई थी सरोजा गांव की दीक्षा..खूंखार गुलदार के हमले के बाद मौत
जंगल में घास लेने गई दीक्षा गुलदार के हमले में घायल हो गई थी। हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में उसका कई दिन तक इलाज चला, लेकिन अफसोस कि वो बच नहीं सकी।
Apr 1 2021 6:02PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड के ज्यादातर गांवों में गुलदार दहशत का सबब बने हुए हैं। पहाड़ी क्षेत्रों के साथ-साथ मैदानी इलाकों पर भी बड़ी बुरी बीत रही है। गुलदार के डर से लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। लोग खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे। ताजा मामला ऊधमसिंहनगर के खटीमा का है, यहां दस दिन पहले गुलदार ने एक महिला पर हमला कर दिया था। हमले में महिला गंभीर रूप से घायल हो गई थी। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा था, लेकिन अफसोस कि महिला बच नहीं सकी। इलाज के दौरान महिला ने दम तोड़ दिया। घटना के बाद वन विभाग ने क्षेत्र के लोगों से शाम के वक्त घरों से बाहर न निकलने की अपील की है। साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा देने का आश्वासन भी दिया। घटना नानकमत्ता थाना क्षेत्र के नगला ग्राम सभा की है। यहां सरोजा गांव में दीक्षा देवी अपने परिवार के साथ रहा करती थी।
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दीक्षा की शादी कुछ ही समय पहले हुई थी। दस दिन पहले नवविवाहिता दीक्षा मवेशियों के लिए चारा लेने रनसाली के जंगल में गई हुई थी। इस दौरान गुलदार ने उस पर हमला कर दिया। गुलदार के हमले में दीक्षा गंभीर रूप से घायल हो गई थी। परिजन उसे इलाज के लिए तुरंत नानकमत्ता के अस्पताल ले गए। जहां से उसे हायर सेंटर हल्द्वानी रेफर कर दिया गया था। हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल में दीक्षा का कई दिन इलाज चला, लेकिन अफसोस कि वो बच नहीं सकी। बुधवार को इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई। घटना के बाद से मृतक के गांव में मातम पसरा है, लोगों के मन में दुख के साथ वन विभाग को लेकर आक्रोश भी है। वहीं वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि गुलदार के हमले में घायल दीक्षा के परिवार वालों को तुरंत सहायता राशि दे दी गई थी। अब उनकी मृत्यु होने पर बकाया धनराशि भी जल्द उपलब्ध कराई जाएगी। दीक्षा पर हमला करने वाले गुलदार की पहचान की जा रही है। क्षेत्र में गश्त बढ़ाई जा रही है।