उत्तराखंड: 10 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी..अस्पताल वालों ने भी दिखाई संवेदनहीनता
आरोप है कि परिजन दुष्कर्म पीड़ित का मेडिकल कराने के लिए अस्पताल के चक्कर काटते रहे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने परिजनों की मदद नहीं की।
Apr 7 2021 2:43PM, Writer:Komal Negi
देश की मौजूदा सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कई योजनाएं चला रही है, लेकिन अपराधियों में इसका जरा सा भी खौफ नहीं है। बच्चियां न घर पर सुरक्षित हैं, न बाहर। वो हैवानों की बदनीयत का शिकार हो रही हैं। ताजा मामला रुद्रपुर का है। जहां भूरारानी इलाके की एक कॉलोनी में सोमवार देर शाम एक युवक ने दस वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म किया। इतना ही नहीं घटना के बाद जब परिजन बच्ची को मेडिकल के लिए अस्पताल लेकर गए, तो अस्पताल वालों ने भी संवेदनहीनता की सारी हदें पार करते हुए बच्ची के परिजनों को परेशान किया। आरोप है कि परिजन बच्ची का मेडिकल कराने के लिए अगले दिन दोपहर तक अस्पताल के चक्कर काटते रहे, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने परिजनों की मदद नहीं की। बाद में मीडियाकर्मियों के दखल के बाद कहीं जाकर अस्पताल प्रशासन जागा और मेडिकल की प्रक्रिया शुरू की गई। चलिए पूरा मामला बताते हैं।
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पीड़ित बच्ची भूरारानी इलाके में परिवार के साथ रहती है। सोमवार शाम 7 बजे बच्ची घर के बाहर खेल रही थी। थोड़ी देर बाद जब मां बच्ची को बुलाने गई तो वो कहीं नहीं मिली। खोजने पर पता चला कि पड़ोसी गोविंद बच्ची को वहीं एक मकान की छत पर ले गया है। बच्ची के परिजन जब वहां पहुंचे तो आरोपी युवक मौके से फरार हो गया। छत पर बच्ची बदहवास पड़ी थी। परिजन उसे लेकर तुरंत जिला अस्पताल पहुंचे, लेकिन वहां बच्ची को समय पर इलाज नहीं मिल सका। परिजनों का कहना है कि अस्पताल में रात के वक्त ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने सुबह तक मेडिकल परीक्षण नहीं होने की बात कही। वो बच्ची को लेकर मंगलवार दोपहर तक अस्पताल में भटकते रहे। वहीं ऊधमसिंहनगर के सीएमओ डॉ. देवेंद्र सिंह पंचपाल ने कहा कि बच्ची के मेडिकल परीक्षण पर ध्यान नहीं देना गंभीर मामला है। इस मामले में संबंधित से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। अस्पताल में भर्ती बच्ची को मेडिकल जांच सहित हर सुविधा मुहैया कराने के आदेश दे दिए गए हैं। बच्ची की हालत स्थिर बनी हुई है। वहीं पुलिस आरोपी गोविंद की तलाश कर रही है। उसके खिलाफ दुष्कर्म समेत अलग-अलग धाराओं में केस दर्ज किया गया है।