उत्तराखंड में कोरोना की जानलेवा लहर, 8 जिलों में बने 106 कंटेनमेंट जोन..सभी इलाके सील
बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 4807 नए केस मिले। संक्रमण रोकथाम के लिए 8 जिलों के 106 इलाकों को बैरिकेडिंग लगाकर सील किया गया है।
Apr 22 2021 2:45PM, Writer:कोमल नेगी
प्रदेश में बढ़ते कोरोना वायरस के कहर को कम करने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। बाहरी राज्यों से आने वाले लोगों के लिए सख्त नियम लागू हैं। नाइट कर्फ्यू और दोपहर बाद बाजार बंद करने जैसे कदम भी उठाए जा रहे हैं, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद हालात काबू में नहीं आ रहे। बुधवार को प्रदेश में कोरोना के 4807 नए केस मिले। संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ ही संबंधित इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है। इस वक्त प्रदेश के 8 जिलों में 106 इलाके सील हैं। देहरादून जिले में कुल 47 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां शहर में दीपनगर, गायत्री विहार, सुमनपुरी, दून स्कूल, द्वारकापुरी, रेसकोर्स, फॉरेस्ट कॉलेज, खुड़बुड़ा मोहल्ला, वेल्हम गर्ल्स स्कूल और तिब्बतन होम्स बिल्डिंग समेत 40 इलाके सील हैं।
विकासनगर में होप टाउन गर्ल्स स्कूल और ग्राम शंकरपुर समेत 5 कंटेनमेंट जोन हैं। ऋषिकेश में न्यू जाटव बस्ती, मसूरी में तिब्बतन होम्स बिल्डिंग और डोईवाला में वार्ड नंबर-13 कंटेनमेंट जोन है। हरिद्वार के रुड़की में आईआईटी रुड़की कैंपस के 4 क्षेत्रों और पतंजलि योगपीठ समेत 7 इलाके सील हैं। लक्सर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और ग्राम गोरधनपुर सील हैं। नैनीताल में 30 कंटेनमेंट जोन हैं। हल्द्वानी में नवाबी रोड, बरसाती नहर रोड, जज फार्म और अमरावती कॉलोनी समेत 25 इलाके कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। नैनीताल में जवाहर नवोदय विद्यालय, आर्यभट्ट वेधशाला और कुमाऊं विश्वविद्यालय के हॉस्टल को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। राहत वाली खबर ये है कि अब रामनगर और लालकुआं में एक भी कंटेनमेंट जोन नहीं है।
पौड़ी के श्रीनगर में होटल चंद्रलोक, स्वर्ग आश्रम और परमार्थ निकेतन कंटेनमेंट जोन हैं। यहां ग्राम डूब को भी कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। उत्तरकाशी के भटवाड़ी में ग्राम बाड़ाहाट और ज्ञानसू सील है। यहां डुंडा में भी दो कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। जोशियाड़ा और बड़कोट के तीन कंटेनमेंट जोन मिलाकर उत्तरकाशी जिले में कुल 9 कंटेनमेंट जोन हैं। ऊधमसिंहनगर के किच्छा में वार्ड नंबर-1 सील है। चंपावत में 5 कंटेनमेंट जोन हैं। यहां टनकपुर में ग्राम बोड़ाघाट और रोडवेज कॉलोनी सील हैं। बनबसा और लोहाघाट में भी 2 इलाके सील हैं। चमोली के गैरसैंण में कुसरानी बिछली सील है। इस तरह 8 जिलों में 106 इलाके कंटेनमेंट जोन घोषित किए गए हैं। प्रशासन के अगले आदेश तक यहां रहने वाले लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकलेंगे।