रुद्रप्रयाग में अंधेरगर्दी: होम आइसोलेशन किट से सामान गायब..ऐसे गिद्धों पर कार्रवाई कब?
प्रदेश में कोरोना संक्रमण जानलेवा होता जा रहा है, तो वहीं दूसरी तरफ होम आइसोलेट कोरोना संक्रमितों को मिलने वाली किट से ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर और सैनेटाइजर गायब हो रहा है।
May 10 2021 1:15AM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में गजब हाल है। कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे। ऐसे में जो मरीज होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा आइसोलेशन किट दी जा रही है, लेकिन कुछ गिद्ध ऐसे हैं, जो मुसीबत के इस वक्त में भी किट से जरूरी सामान पर हाथ साफ कर ले रहे हैं। मामला रुद्रप्रयाग के जखोली का है। यहां पिछले दिनों ग्राम पंचायत पालाकुराली में पांच लोग कोरोना पॉजिटिव मिले थे, रिपोर्ट आते ही सभी को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया। होम आइसोलेशन में बीमार व्यक्ति को बेहतर इलाज मिल सके। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग्राम पंचायतों को मेडिकल किट दी जाती है। ताकि कोरोना मरीज किट में उपलब्ध दवाएं इस्तेमाल कर सकें। इस मेडिकल किट से पहले ऑक्सीमीटर और थर्मामीटर गायब हो रहे थे, और अब तो हैंड सैनेटाइजर और दवाएं भी कोई चुरा ले रहा है। पालाकुराली गांव की प्रधान कमला देवी का कहना है कि किट पर दिए गए विवरण के अनुसार इसमें थ्री लेयर मास्क, पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर, हैंड सैनेटाइजर, बायो मेडिकल वेस्ट के लिए बैग, जिंक, विटामिन सी, विटामिन डी और आइवरमेक्टिन की गोलियां जैसे सामान मौजूद रहते हैं, लेकिन गांवों में जो मेडिकल किट दी जा रही है उसमें सिर्फ एक मास्क, ग्लव्स, और दवाइयों को दो पत्तों के अलावा कुछ नहीं है।
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ऐसा ही एक और मामला रुद्रप्रयाग से है। यहां सलिल डोभाल होम आइसोलेशन में हैं और उन्हें किट के नाम पर मिला है रबरबैंड से बंधा हुआ दवाईयों का पत्ता। इसके अलावा टेस्ट तो हो रहे हैं लेकिन टेस्ट के बाद रिपोर्ट कब आएगी, कुछ पता नहीं। प्रशासन इलाज के नाम पर कोरोना मरीजों के साथ मजाक कर रहा है। आइसोलेशन किट में पूरा सामान नहीं होता, ऐसे में मरीज की जान कैसे बचेगी। सवाल इस बात का है कि आखिर मेडिकल किट के अंदर रखा सामान गायब कहां हो रहा है। ग्राम पंचायतों में इस तरह आधे-अधूरे सामान वाली किट क्यों भेजी जा रही हैं। ऑक्सीमीटर होने से संक्रमित मरीज ऑक्सीजन लेवल चेक कर सकता था, लेकिन किट से हर सामान गायब है। इस मामले की जांच होनी चाहिए, साथ ही किट से सामान गायब करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जानी चाहिए।