उत्तराखंड: उधम सिंह नगर में भारी बारिश के साथ गिरे विशाल ओले, कई गाड़ियों के शीशे टूटे
बीते दिन ऊधमसिंहनगर जिले में आसमान से इतने विशाल ओले गिरे कि हर कोई सिर छिपाने को यहां-वहां भागने लगा। कुछ ओले अंडों से भी बड़े थे। ओलावृष्टि से यहां भारी तबाही हुई है।
May 13 2021 4:33PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। लगातार जारी बारिश ने जहां गर्मी से राहत दी है, तो वहीं पहाड़ी इलाकों में मई में ही आपदा जैसे हालात बन गए हैं। बीते दिन प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में भारी ओलावृष्टि हुई। ऊधमसिंहनगर जिले में तो ओलावृष्टि के बाद सड़कें सफेद नजर आने लगीं। यही नहीं ग्रामीणों का कहना है कि आसमान से इतने विशाल ओले गिरे कि हर कोई सिर छिपाने को यहां-वहां भागने पर मजबूर हो गया। कुछ ओले अंडों से भी बड़े थे। ओलावृष्टि से न सिर्फ खेत में खड़ी फसलों को नुकसान हुआ है, बल्कि कई गाड़ियां भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई हैं। विशाल ओले गिरने की वजह से कारों के शीशे तक टूट गए। ओलावृष्टि के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर बारिश और ओले गिरने की तस्वीरें भी साझा की। इन्हें देख आप ओलावृष्टि से हुई तबाही का अंदाजा लगा सकते हैं।
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ऊधमसिंहनगर के अलावा खटीमा शहर और आस-पास के गांवों में भी बुधवार शाम करीब 5 बजे भारी ओलावृष्टि हुई। कुछ जगहों पर तो ओलावृष्टि के बाद बर्फ की चादर सी बिछ गई। मई महीने में चिलचिलाती गर्मी से परेशान लोगों को मौसम के बदले मिजाज से राहत मिली है, लेकिन इससे फसलों को नुकसान भी पहुंचा है। पहाड़ी इलाकों में भी मौसम का मिजाज तल्ख बना हुआ है। केदारनाथ, बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब और फूलों की घाटी में जहां बर्फबारी हुई है तो वहीं टिहरी जिले में भारी बारिश के चलते जौनपुर ब्लॉक के कई गांवों में खेतों की मिट्टी बह गई। जिससे पेयजल लाइन और कई रास्ते क्षतिग्रस्त हो गए। उत्तरकाशी और सतपुली समेत कुमाऊं के कई इलाकों में भी भारी ओलावृष्टि से फसल को नुकसान पहुंचा है। ओलावृष्टि की वजह से खुबानी, नाशपाती, आडू और पुलम की बागवानी को भारी नुकसान हुआ है। मौसम विभाग ने पर्वतीय इलाकों में आज भी भारी बारिश होने की संभावना जताई है।