रुद्रप्रयाग के गांव-गांव में कोरोना से हाहाकार..कहीं मौत का तांडव, कहीं बुखार से पूरा गांव बीमार
मौत का तांडव मच रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग कहां है? आख़िर स्वास्थ्य विभाग कौन सी नींद में सोया हुआ है?
May 18 2021 1:34PM, Writer:Komal Negi
रुद्रप्रयाग जिले में कोरोनावायरस ने हाहाकार मचा हुआ है। आलम यह है कि कहीं पूरा गांव ही बीमार पड़ा हुआ है तो कहीं मौत का तांडव मच रहा है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग कहां है? आख़िर स्वास्थ्य विभाग कौन सी नींद में सोया हुआ है? अब रुद्रप्रयाग के बसुकेदार तहसील के बीरों गांव को देखिए। यहां 61 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी लेकिन न जाने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन की नजर में कंटेनमेंट जोन का मतलब क्या है। लापरवाही का आलम यह है कि इस गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया। अब जानकारी मिली है कि गांव के कई बार कहने के बाद ये गांव कंटेनमेंट जोन बना। इसके अलावा बसुकेदार तहसील के मणिगुह गांव में एक धार्मिक यात्रा का आयोजन हुआ। जिसके बाद गांव में एक साथ 31 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने गांव के अन्य लोगों के भी कोरोना संक्रमण की चपेट में आने की संभावना जताई है। यही हाल आसपास के हर गांव का है। लोग अपनी मौत का इंतजार कर रहे हैं और प्रशासन को आंकड़ों की चिंता है। उधर बामसू गांव में तो अंधेर गर्दी हो गई। स्वास्थ्य विभाग में बामसू गांव में बिना टेस्ट किए हुए 13 लोगों को पॉजिटिव बता दिया। उधर ग्रामीणों का दावा है कि वहां कोई भी टेस्ट नहीं हुआ है। स्वास्थ्य विभाग ने पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन बना दिया। इस पर गुस्साए हुए ग्राम प्रधान ने जिलाधिकारी को पत्र भेजा है। उधर बसुकेदार के एक गांव में करीब 51 लोग कोरोनावायरस संक्रमित हैं लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने उसे पहले कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया। लोग बेखौफ होकर बाजार जा रहे थे और आवाजाही कर रहे थे। अब खबर आई है कि मीडिया में न्यूज़ चलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने गांव को कंटेनमेंट जोन बनाया है। आखिर कब तक इस तरह की लापरवाही या होती रहेंगी? आखिर कब स्वास्थ्य विभाग अपनी कुंभकरण की नींद से जागे का? अगर हालात यही रहे तो रुद्रप्रयाग में कोरोनावायरस तांडव मचा सकता है।
यह भी पढ़ें - नई मुसीबत: उत्तराखंड में कोरोना के 16 म्यूटेंट वैरियंट..स्वास्थ्य विभाग ने जताई चिंता