गढ़वाल: लगातार बारिश से ढहा मकान, मलबे में दबने से बुजुर्ग महिला की मौत
हादसे के वक्त मलेथा गांव में रहने वाली बुजुर्ग महिला घर के कामकाज में व्यस्त थी। तभी दोपहर में तेज धमाके सी आवाज आई, और देखते ही देखते कच्चा मकान भरभराकर ढह गया।
May 23 2021 5:05PM, Writer:Komal Negi
मानसून आने में अभी देर है, लेकिन पहाड़ में अभी से आपदा जैसे हालात दिखने लगे हैं। आसमान से बारिश की शक्ल में बरस रही आफत से लोग हलकान हैं। जगह-जगह हादसे हो रहे हैं। कच्चे मकान ढह रहे हैं, इस तरह के हादसों में अब तक कई लोग जान गंवा चुके हैं। ताजा मामला पौड़ी गढ़वाल के श्रीनगर का है। यहां कीर्तिनगर विकासखण्ड के मलेथा गांव में एक कच्चा मकान जमींदोज हो गया। हादसे में एक बुजुर्ग महिला की मलबे में दबने से मौत हो गई। घटना में हताहत होने वाली महिला का नाम रोशनी देवी (65) बताया जा रहा है। बीती दोपहर मलेथा गांव में रहने वाली बुजुर्ग महिला घर के कामकाज में व्यस्त थी। तभी दोपहर दो बजे तेज धमाके सी आवाज आई, और देखते ही देखते कच्चा मकान भरभराकर ढह गया। ये सब इतनी तेजी से हुआ कि महिला को बच निकलने का मौका भी नहीं मिल सका। स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना स्थानीय प्रशासन दी।
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जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने लोगों के साथ मिलकर बुजुर्ग महिला को रेस्क्यू किया, हालांकि तमाम कोशिशों के बावजूद बुजुर्ग महिला को बचाया नहीं जा सका। रेस्क्यू टीम के पहुंचने से पहले ही बुजुर्ग महिला की मौत हो गई थी। कीर्तिनगर के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुजुर्ग महिला कच्चे मकान में रह रही थी। मकान के कच्चे होने की वजह से ही ये घटना घटी। बता दें कि गुरुवार सुबह चकराता के बिजनाड़ क्षेत्र में भी बादल फटने के बाद भारी तबाही मची थी। यहां तीन ग्रामीण परिवारों की आवासीय छानी मलबे के साथ जमींदोज हो गई। पहाड़ से आए भारी मलबे की चपेट में आने से पिता-बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई थी। दो दर्जन से ज्यादा मवेशी भी मलबे में दबकर मर गए। पहाड़ में बदरीनाथ हाईवे से लेकर पिथौरागढ़-घाट-टनकपुर नेशनल हाईवे तक जगह-जगह रास्ते बंद हैं।