उत्तराखंड: भारतीय सेना में अफसर बना कत्यूर घाटी का लाल..पिता से सीखा देशसेवा का जज्बा
बागेश्वर जिले के गरुढ़ विकासखंड के सीमा गांव के रहने वाले मेघ पंत। कत्यूर घाटी का यह लाल अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गया है।
Jun 12 2021 7:23PM, Writer:Komal Negi
उत्तराखंड में युवा जोश की कमी नहीं है। आज भी भारतीय सेना में उत्तराखंड के नौजवान बड़े पदों पर हैं। यह कहा जाता है कि उत्तराखंड के हर परिवार से एक सदस्य सेना में होता है। देहरादून के इंडियन मिलिट्री एकेडमी मेजर पासिंग आउट परेड हुई तो उसमें उत्तराखंड के 37 नौजवान भी भारतीय सेना में अफसर बन गए। इन्हीं में एक हैं बागेश्वर जिले के गरुढ़ विकासखंड के सीमा गांव के रहने वाले मेघ पंत। कत्यूर घाटी का यह लाल अब भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बन गया है। इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में पासिंग आउट परेड के बाद मेघ पंत ने भी अपने कंधे पर अफसर वाले सितारे सजाए। मेघ पंत के लेफ्टिनेंट बनने के बाद उनके पैतृक गांव में खुशी की लहर है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक में मेघ पंत अपने माता पिता के इकलौते पुत्र हैं। उन्होंने अपने दिल में देश प्रेम की भावना अपने पिता भास्कर चंद्र पंत को देखकर जगाई। दरअसल में पंत के पिता भास्कर चंद्र पंत भी आर्मी मेडिकल कोर से रिटायर्ड है। आगे पढ़िए
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उनकी माता ममता पंत आर्मी स्कूल में अध्यापिका रह चुकी है। बचपन से ही एक सैन्य माहौल में पले बढ़े मेघ पंत के दिल में भी भारतीय सेना में अफसर बनने की इच्छा थी। इसके लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की और आज भारतीय सेना में अफसर बन चुके हैं। मेघ पंत की बहन मेघना एक मल्टीनेशनल कंपनी में कार्यरत हैं। मेघ पंत की प्रारंभिक शिक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल पुणे से हुई। इसके बाद 12वीं तक की पढ़ाई आर्मी पब्लिक स्कूल धौला कुआं से हुई। 12वीं परीक्षा पास करने के बाद उनका सिलेक्शन एनडीए खड़कवासला में हुआ। उन्होंने अफसर बनने के लिए 4 साल कड़ी मेहनत की। वह अपनी कामयाबी का श्रेय अपने माता-पिता परिवार और अध्यापकों को देते हैं। राज्य समीक्षा की तरफ से मेकअप पंत को भारतीय सेना में अफसर बनने पर बहुत शुभकामनाएं।