गढ़वाल से दुखद खबर: 1 दिन की बच्ची को पुल के नीचे रोता छोड़ गई कलयुगी मां
कलयुगी मां एक दिन की बच्ची को पुल के नीचे छोड़ कर चली गई। इस दौरान बच्ची के साथ कोई अनहोनी हो सकती थी, वो जंगली जानवरों का निवाला बन सकती थी। आगे पढ़िए पूरी खबर
Jun 17 2021 9:08PM, Writer:कोमल नेगी
कहते हैं पूत कपूत हो सकता है, लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती। पर बदलते वक्त के साथ मानवीय संवेदनाएं भी खत्म होती जा रही हैं। पौड़ी गढ़वाल में एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जिसने ममता को शर्मसार कर दिया। यहां कलयुगी मां एक दिन की बच्ची को पुल के नीचे छोड़ कर चली गई। इस दौरान बच्ची के साथ कोई अनहोनी हो सकती थी, वो जंगली जानवरों का निवाला बन सकती थी, लेकिन शुक्र है कि इससे पहले ही ग्रामीणों की नजर बच्ची पर पड़ गई। बाद में पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। घटना थलीसैंण क्षेत्र के रौली गांव की है। जहां डाट पुल के नीचे एक दिन की नवजात बच्ची बिलखते हुए मिली। ग्रामीणों ने बताया कि गदेरे में डाट पुल के नीचे से किसी बच्चे के रोने की आवाज आ रही थी। वो पुल के पास पहुंचे तो देखा कि एक नवजात शिशु को कपड़ों में लपेट कर छोड़ा गया है।
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देखते ही देखते ये खबर पूरे गांव में फैल गई। मौके पर लोगों की भीड़ जुट गई। बाद में पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि नवजात शिशु बेटी है। बाद में बच्ची को सीएचसी थलीसैंण में इलाज के बाद बेस अस्पताल श्रीनगर रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्ची का वजन दो किलो है और वह स्वस्थ है। ग्रामीणों का कहना है कि नवजात को बेटी या नाजायज होने के चलते फेंक दिया गया होगा। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। ब्लॉक प्रमुख डॉ. रजनी रावत ने भी घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि देवभूमि में इस तरह की घटनाएं शर्मनाक हैं, ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पहाड़ में इस तरह की घटनाएं बढ़ रही हैं, जो कि चिंता का विषय है। वहीं मामले में ग्राम प्रधान की तहरीर पर थलीसैंण पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपियों की तलाश की जा रही है।