image: bridge destroyed after heavy rain in rudraprayag

रुद्रप्रयाग में पुल बहा..मूसलाधार बारिश से आपदा जैसे हालात, खतरे के निशान के ऊपर नदियां

पहाड़ में लगातार जारी बारिश ने चमोली से लेकर चंपावत तक तबाही मचाई है। आपदा के डर से लोग सहमे हुए हैं। नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, इसे देखते हुए स्टेट कंट्रोल रूम ने अलर्ट जारी किया है।
Jun 19 2021 3:49PM, Writer:Komal Negi

गढ़वाल और कुमाऊं में पहाड़ी क्षेत्रों में मूसलाधार बारिश होने से हर तरफ तबाही का मंजर नजर आने लगा है। हर जिले से डराने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं। प्रदेश में पिंडर, अलकनंदा, मंदाकिनी, भागीरथी और रिस्पना जैसी नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि पहाड़ी जिलों में छोटी नदियों और नालों के समीप रहने वाले लोगों को सावधान रहने की जरूरत है। रुद्रप्रयाग से लेकर चमोली और हरिद्वार तक अलर्ट जारी किया गया है। इस बीच एक बुरी खबर रुद्रप्रयाग जिले से आ रही है। यहां जग्वाड़ी बाईपास पर बना पुल बह गया है। एसडीएम रुद्रप्रयाग बृजेश तिवारी ने इसकी पुष्टि की। यहां नदी का जलस्तर कितने भयावह तरीके से बढ़ गया है, ये आप तस्वीरों में साफ देख सकते हैं।

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अलकनंदा और मंदाकिनी खतरे के निशान के ऊपर

Mandakini and Alaknanda above danger zone
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रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में अलकनंदा और मंदाकिनी नदी खतरे के निशान को पार कर गई हैं। अलकनंदा नदी 627 और मंदाकिनी नदी 626 मीटर पर बह रही हैं, जो मूल बहाव से दो मीटर ऊपर है। लगातार हो रही बारिश को देखते हुए जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। रुद्रप्रयाग के साथ टिहरी जिला प्रशासन भी अलर्ट मोड पर है। श्रीनगर में भी अलकनंदा नदी का जल स्तर बढ़ गया है। बढ़ते जल स्तर और नदी में आ रहे मलबे को देखते हुए श्रीनगर जल विद्युत परियोजना झील से पानी छोड़ा गया। शुक्रवार को दिनभर श्रीनगर में जलस्तर घटता-बढ़ता रहा और कई बार यहां जल स्तर चेतावनी स्तर को पार कर गया। कीर्तिनगर में संवेदनशील स्थानों को खाली कराया गया है।

ऋषिकेश में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर

Ganga above Danger Zone in Rishikesh
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ऋषिकेश में गंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। चमोली के रामणी गांव में लोगों के घरों में पानी घुसने की खबर है, जिससे पूरे दिन अफरा-तफरी मची रही। मलबा आने से बदरीनाथ हाईवे बेनाकुली बैंड, लामबगड़, गुलाबकोटी और रड़ांग बैंड के समीप बंद हो गया है। वहीं हेलंग-उर्गम सड़क भी जल विद्युत परियोजना हेलंग के समीप भूस्खलन होने से करीब बीस मीटर तक क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे ग्रामीणों की आवाजाही ठप हो गई है। जिले में 32 सड़कें मलबा आने से बंद हैं। ऋषिकेश और हरिद्वार में गंगा का जलस्तर देर रात अचानक बढ़ने से लोग दहशत में आ गए। उधर, कुमाऊं में धौली और काली नदी के जलस्तर में और अधिक वृद्धि हो गई है। स्टेट कंट्रोल रूम की तरफ से सभी जिलों के लिए अलर्ट जारी किया गया है।

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