उत्तराखंड: IAS दीपक रावत का तबादला, 7 दिन बाद संभाली कुर्सी..जानिए अब क्या मिली जिम्मेदारी
चर्चा थी कि आईएएस दीपक रावत खुद को मिली जिम्मेदारी से खुश नहीं हैं, जिस वजह से वो ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्ति लेने नहीं पहुंचे, और भी कई बातें पता चली हैं।
Jul 26 2021 5:56PM, Writer:Komal Negi
पिछले दिनों उत्तराखंड के प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेरबदल हुआ। कुछ आईएएस अफसरों के तबादले हुए तो कुछ को पुरानी जगह से हटाकर नए विभागों में तैनात कर दिया गया। तबादले का आदेश जारी होने के अगले ही दिन ज्यादातर अफसरों ने नई जगह कार्यभार संभाल कर कामकाज शुरू कर दिया था, लेकिन एक अफसर थे जिन्होंने नई ज्वाईनिंग में पूरे छह दिन लगा दिए। इनका नाम है आईएएस दीपक रावत। जी हां, वही दीपक रावत जिन्हें भ्रष्टाचारियों की खबर लेने के लिए जाना जाता है। पहले वो हरिद्वार के डीएम रहे और फिर कुंभ मेलाधिकारी बनाए गए। बीते दिनों उन्हें ऊर्जा निगम में प्रबंध निदेशक बनाया गया, लेकिन वो अपनी नियुक्ति को लेकर कई दिन तक मौन साधे रहे। खैर सोमवार को ऊर्जा निगम में पदभार संभालने के साथ ही आईएएस दीपक रावत ने हर तरह की नेगेटिव चर्चा पर विराम लगा दिया।
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पिछले हफ्ते आईएएस दीपक रावत को यूपीसीएल समेत सभी ऊर्जा निगमों में प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्ति दी गई, लेकिन आईएएस दीपक अधिकारी ने कार्यभार नहीं संभाला। एक जिम्मेदार अफसर के इस रवैय्ये को उनकी नाराजगी से जोड़कर देखा गया। चर्चा थी कि आईएएस दीपक रावत खुद को मिली जिम्मेदारी से खुश नहीं हैं, जिस वजह से वो ऊर्जा निगम के प्रबंध निदेशक के तौर पर नियुक्ति लेने नहीं पहुंचे। इस मामले में कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह की भी एंट्री हुई। बताया गया कि डॉ. हरक सिंह रावत भी प्रशासन में हुए फेरबदल से खुश नहीं हैं। वो भी नहीं चाहते थे कि ऊर्जा निगम की जिम्मेदारी आईएएस दीपक रावत को दी जाए। बस फिर क्या था, देखते ही देखते मामले ने तूल पकड़ लिया। कहा जाने लगा कि आईएएस दीपक रावत को किसी जिले की कमान सौंपी जाएगी, उनका एक बार फिर तबादला किया जाएगा, लेकिन सोमवार को आखिरकार इन चर्चाओं पर विराम लग गया। तबादले के सातवें दिन आईएएस दीपक रावत ने यूपीसीएल और उरेडा में प्रबंध निदेशक के तौर पर कार्यभार संभाल लिया।