उत्तराखंड: अफगानिस्तान से देहरादून लौटे लोग, सुनाई तालिबान की क्रूरता की आंखों देखी
अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों में से कई लोग उत्तराखंड के हैं तालिबान के कब्जे के बाद वहीं फंस गए इसमें से कुछ लोग सुरक्षित लौट आए हैं..
Aug 24 2021 7:38PM, Writer:साक्षी बडथ्वाल
अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्ज़ा होने के बाद से वहाँ के हालातों से हर कोई अवगत है अफगानिस्तान इस वक्त गृह युद्ध का दंश झेल रहा है, अफगानिस्तान छोड़ देने की जद्दोजहद में लगे लोगों को यह भली-भांति पता है कि अगर वह अफगानिस्तान में रहे तो उनका क्या हश्र होगा, हर कोई जनता है की इस समय वहां की परिस्थितियां किसी नर्क से कम नहीं है, इस वक्त बाहर के जितने भी नागरिक अफगानिस्तान में हैं सबका एक ही मकसद ही कि वो किसी भी तरह से जल्द से जल्द अपने देश वापस लौट सकें। भारत भी लगातार अपने लोगों को वहां से वापस लाने में लगा हुआ है, अफगानिस्तान में फंसे भारतीयों में से कई लोग उत्तराखंड के हैं और इनमें से अधिकांश भारतीय सेना के पूर्व सैनिक हैं जो कि सेवानिवृत्ति के बाद अफगानिस्तान में नौकरी करने चले गए थे और तालिबान के कब्जे के बाद वहीं फंस गए इसमें से देहरादून के गल्जवाड़ी के साथ ही केहरी गांव प्रेमनगर के एक महिला समेत चार लोग सुरक्षित लौट आए हैं। अब मगर इसी के साथ सुरक्षित लौटे लोगों को काबुल में मौजूद अपने दोस्तों की चिंता भी सताये जा रही है। उनका कहना है कि वहां के हालात लगातार आंखों के सामने से गुजर रहे हैं और वे भगवान से बस यही प्रार्थना कर रहे हैं कि उनके साथी को सही सलामत रहें सुरक्षित रहें और जल्द से जल्द अपने वतन वापस लौटें।
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अफगानिस्तान से देहरादून लौटे लोगों दिलों और आंखों में वहां के हालातों का खौफ जाने का नाम नहीं ले रहा है। उनका कहना है कि वो अपना सब-कुछ वहीं छोड़कर केवल जो कपड़े पहने थे, उन्हीं में जैसे तैसे करके अपने वतन लौट आये अफगानिस्तान के इन हालातों में उन्होंने जो समय काटा उस वक्त उनके मन में केवल ये चिंता थी की वो किस तरीके से अपनी जान बचा सकते हैं, घर सुरक्षित लौटे लोगों ने बताया कि अपनी जान बचाने के लिए वो लोग अपना सब कुछ यहां तक कि वीजा, कपड़े, पैसे और जरुरी डॉक्यूमेंट तक वहीं छोड़कर आ गए। जो लोग अफगानिस्तान से सुरक्षित लौट आया और तालिबान के खौफ से मुक्त हो गए हैं वो भगवन को शुक्रिया तो कर ही रहे हैं लेकिन साथ ही ब्रिटिश एंबेसी का भी आभार जता रहे हैं। जिन्होंने समय रहते उन्हें वहां से सुरक्षित भेज दिया उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में जो भी कुछ हो रहा है वह बेहद भयावह है। वे खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि अफगानिस्तान सुरक्षित अपने वतन लौट आये हैं, लेकिन अभी भी अफगानिस्तान में एयरपोर्ट समेत आसपास के होटलों में दर्जनों उत्तराखंडी डरे-सहमे वतन वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं। वतन वापसी की आस लगाए देहरादून वासियों की निगाहें हवाई पट्टी पर गड़ी रहती हैं और कान एनाउंसमेंट पर लगे रहते हैं। इस उम्मीद में कि कोई भारतीय विमान आएगा और उन्हें अपने मुल्क वापस ले जाएगा।