गढ़वाल: इन वादियों में बेहद खुश हैं वो दुर्लभ जानवर, जो अब दुनिया में काफी कम बचे हैं
उत्तरकाशी के गंगोत्री नेशनल पार्क में डेढ़ महीने में दो बार देखा गया हिम तेंदुआ, अधिकारियों के चेहरे खिले।
Aug 25 2021 11:27AM, Writer:अनुष्का ढौंडियाल
उत्तरकाशी में स्थित गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुओं की बढ़ती तादाद के कारण नेशनल पार्क के अधिकारियों के बीच में खुशी की लहर साफ तौर पर दिख रही है। हिम तेंदुओं की दस्तक गंगोत्री नेशनल पार्क में मुफीद साबित हो रही है। गंगोत्री के बीच डेढ़ महीने के अंतराल में 2 बार हिम तेंदुआ देखा जा चुका है। हिम तेंदुओं की कम होती तादात और लुप्त होती प्रजाति के बीच डेढ़ महीने में नेशनल पार्क के अंदर 2 बार हिम तेंदुओं का देखा जाना सुखद है। गंगोत्री नेशनल पार्क के रेंज अधिकारी प्रताप पंवार ने एक सप्ताह पहले भैरव घाटी और गंगोत्री के बीच हिम तेंदुआ को गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग को पार करते हुए देखा था। बता दें कि इससे पहले भी जुलाई में भैरव घाटी के पास लंका में तकरीबन 3000 मीटर की ऊंचाई पर हिम तेंदुए की उपस्थिति दर्ज की गई थी। आसपास के लोगों ने बकायदा हिम तेंदुए की वीडियो भी बनाई थी और वीडियो में हिम तेंदुआ तंदुरुस्त दिखाई दे रहा था। जहां एक ओर हिम तेंदुए की प्रजाति के ऊपर खतरा मंडरा रहा है और उनके संरक्षण पर जोर दिया जा रहा है। आगे पढ़िए
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ऐसे में गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुए की उपस्थिति बेहद सुखद है। दरअसल मानवीय हलचल कम होने के कारण भैरव घाटी, गंगोत्री और लंका के आसपास हिम तेंदुओं का दीदार हो रहा है। गंगोत्री नेशनल पार्क के अंदर इन दुर्लभ वन्यजीवों की उपस्थिति से पार्क प्रशासन में खुशी की लहर है। इस बार गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुओं के अलावा और भी कई दुर्लभ वन्यजीवों की उपस्थिति दर्ज हुई है। बता दें कि पार्क के कर्मचारी वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए नियमित तौर पर गश्त करते रहते हैं और सभी की गतिविधियों पर नजर रखते हैं। हिम तेंदुओं के अलावा लाल लोमड़ी, कस्तूरी मृग, तिब्बती खरगोश, तिब्बती भेड़िया, भूरा भालू सहित कई दुर्लभ जीव देखे गए हैं। हिम तेंदुओं के अस्तित्व पर वैसे ही खतरा मंडरा रहा। सरकार द्वारा हिम तेंदुओं के संरक्षण की ओर भी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। गंगोत्री नेशनल पार्क में हिम तेंदुओं की संख्या 30 से 35 मानी जा रही है हालांकि यह संख्या 45 से 50 के बीच में भी हो सकती है।